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मोहित शर्मा.
जयपुर. आयोध्या में रामलला के प्रसाद के नाम पर लूट का खेल 51 रुपए से शुरू हुआ, जो 3 करोड़ 85 लाख तक पहुंचा। धर्म के नाम पर बेवसाइट बनाकर लोगों को ठगा। भगवान राम के नाम पर देश-विदेश के करीब 6 लाख 30 हजार 696 अधिक लोगों को भगवान के प्रसाद के नाम पर ऑनलाइन लूटा। यह लूट राजस्थान ही देश-विदेश के श्रद्धालुओं के साथ भी हुई।
अयोध्या राम मंदिर प्रसाद के नाम पर विदेश में बैठे यूपी के शख्स ने अपना शातिर दिमाग चलाया। गाजीयाबाद निवासी आशीष नाम के इस व्यक्ति ने एक वेबसाइट बनाई और लोगों को बताया कि इसके माध्यम से लोगों को वह 51 रुपए में उनके घर प्रसाद पहुंचाएगा। वहीं विदेशी नागरिकों के लिए यह शुल्क 11 डालर रखा गया।
हाल ही इसकी जानकारी गृह मंत्रालय के इंडियन साइबर क्राइम कोर्डिनेशन सेंटर ने अपने ऑफिशियल एक्स हैंडल पर साझा की है। इस खेल का भंड़ाभोड़ मंदिर ट्रस्ट की ओर से साइबर पुलिस को जानकारी देने के बाद हुआ। यह मामला श्रीराम जन्मभूमि मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा के अवसर से चल रहा था। पूरे मामले का भंडाफोड़ अयोध्या साइबर क्राइम टीम ने किया है। खास बात ये है कि यह देश की अब तक की सबसे बड़ी साइबर फ्रॉड की रिकवरी मानी जा रही है।
साइबर क्राइम पुलिस को सूचना मिली थी कि एक व्यक्ति राम मंदिर के नाम पर लोगों से ऑनलाइन पैसे वसूल रहा है। जबकि सच्चाई यह थी कि प्रसाद भेजने की कोई योजना ही नहीं थी।
एसएसपी गौरव ग्रोवर के मुताबिक साइबर अपराधी व साइबर क्राइम के विरुद्ध अभियान के तहत यह मामला पकड़ में आया। अब धनराशि को पीडि़तों को वापस कराई जा रही है। जांच के दौरान पुलिस ने इस धनराशि को फ्रीज कराया और अब तक 3,72,520 लाख पीडि़तों को 2,15,08,426 करोड़ रुपए लौटाए। ठगी की कुल राशि 3.85 करोड़ रुपए में से शेष 1.70 करोड़ की राशि की वापसी की प्रक्रिया चल रही है। खास बात ये है कि यह देश की अब तक की सबसे बड़ी साइबर फ्रॉड की रिकवरी मानी जा रही है।
Updated on:
20 Jun 2025 03:11 pm
Published on:
20 Jun 2025 02:39 pm
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