जयपुर। स्टार्टअप्स को गति देने के उददेश्य से झालाना डूंगरी में देश का सबसे बड़ा स्टार्टअप इनक्यूबेशन सेंटर भामाशाह टेक्नो हब बनाया गया है। इस सेंटर का उदघाटन आज मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने किया। प्रदेश के नवोदित उद्यमियों के लिए सरकार ने अहम तकनीकी पहल की है। इस केंद्र में एक साथ 700 स्टार्टअप अपनी कारोबारी नीतियों की दशा और दिशा तय कर सकेंगे।
भामाशाह टेक्नो हब में एक ही छत के नीचे 700 स्टार्टअप्स एक साथ काम कर सकेंगे और उन्हें यहां सभी सुविधाएं मिल सकेंगी। साथ ही सरकार द्वारा पहले साल में उन्हें नि:शुल्क सुविधाएं मिलेंगी और स्टार्टअप के लिए फंड भी मिलेगा। जल्द ही यह भामाशाह टेक्नों हब शुरू हो जाएगा। इसका भवन बनकर तैयार हो गया है। करीब 72 करोड़ की लागत से यह भवन एक लाख स्क्वायर फीट क्षेत्र में बना है। आठ मंजिले इसके भवन में 2 म्यूजियम भी हैं।
इसके बनने से यहां स्टार्टअप को बढ़ावा मिलेगा। इसमें हाई स्पीड इंटरनेट और वल्र्ड क्लास वर्क स्पेस होगा। इसमें जिम आॅडिटोरियम, मीटिंग, कॉन्फ्रेंस रूम, कैफेटेरिया आदि सभी सुविधाएं हैं।
सरकार का दावा है कि यह देश का पहला इन्क्यूबेशन सेंटर है। जहां इतने स्टार्टअप को एक साथ बैठने की व्यवस्था होगी। यहां आने वाले हर स्टार्टअप्स को डेडिकेटेड मेंटरिंग और सपोर्ट दिया जाएगा। इसके लिए करीब 40 मेंटर्स की भर्ती कर ली गई है।
डिपार्टमेंट आॅफ इनॅफारमेशन टेक्नोलॉजी इंड कम्प्यूनिकेशन के अधिकारियों के अनुसार हर 4 महीने में स्टार्टअप्स की परफॉमेंस का इवैल्यूएशन होगा। भामाशाह टेक्नो हब उभरते उद्यमियों के बीच जिज्ञासा, रचनात्मकता और कल्पना को बढ़ावा देने के लिए टिंकरिंग लैब्स भी बनाएगा।