Durga Puja Festival जयपुर। शहर में दुर्गापूजा महोत्सव को लेकर तैयारियां शुरू हो गई है। बंगाली समाज की ओर से इस बार दुर्गा पूजा को विश्व विरासत की थीम पर मनाने की तैयारी की जा रही है। माता दुर्गा के पांडाल को बंगाल के प्राचीन मंदिरों की थीम पर सजाया जा रहा है। मंदिर के कोरिडोर के सामने एक ही कैनवास पर 5 मूर्तियां विराजित नजर आएगी। इस बार दुर्गा माता के पांडाल को इस तरह तैयार किया जा रहा है, जिससे सड़क पर ही खड़े होकर श्रद्धालु माता के दर्शन कर सकेंगे। ऐसा ही नजारा इस बार बनीपार्क स्थित दुर्गाबाड़ी में देखने को मिलेगा।
1956 में दुर्गाबाड़ी में हुई थी शुरुआत
जयपुर दुर्गाबाड़ी एसोसिएशन ने 66 साल पहले दुर्गा बाड़ी में दुर्गापूजा की शुरुआत की। इससे पहले हाथी बाबू का हत्था में रहने वाले कुछ बंगाली परिवार सार्वजनिक जगहों पर दुर्गा पूजा किया करते थे। साल 1956 में दुर्गाबाड़ी की जगह खरीदी गई, इसके बाद एसोसिएशन की ओर से यहां दुर्गा पूजा महोत्सव शुरू हुआ। सबसे पहले यहां वेदी बनाई गई। तब ही यहां लकड़ी का गोलाकार स्टेज तैयार किया गया। हालांकि यह स्टेज घूमता नहीं है, लेकिन आज भी वहीं स्टेज मौजूद है। हर साल नवरात्र में यहां दुर्गा पूजा महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है।
30 सितंबर को आनंद मेले से होगी शुरुआत
जयपुर दुर्गाबाड़ी एसोसिएशन ने इस बार दुर्गाबाड़ी में माता रानी के दर्शन 24 घंटे खुले रखने का निर्णय लिया है। कोविड के दो साल बाद फिर यहां सार्वजनिक रूप से दुर्गा पूजा महोत्सव का आयोजन होगा। इसकी शुरुआत 30 सितंबर को पंचमी के दिन आनंद मेले के साथ होगी। इसके अगले दिन एक अक्टूबर को छठ के दिन घट स्थापना के साथ षष्ठी पूजा होगी। वहीं सप्तमी, अष्टमी और नवमीं के दिन माता को विशेष भोग लगाया जाएगा, रोजाना पुष्पांजलि कार्यक्रम होंगे और संध्या आरती होगी। दशमी को विसर्जन होगा।
श्रद्धालु सड़क से ही कर सकेंगे माता के दर्शन
जयपुर दुर्गाबाड़ी एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉक्टर सुदीप्तो सेन ने बताया कि इस बार दुर्गा पूजा विश्व विरासत की थीम पर आयोजित होगी। माता का पांडाल बंगाल बंगाल के प्राचीन मंदिरों की प्रतिमूर्ति पर बनाया जा रहा है। इसमें बंगाली संस्कृति की झलक देखने को मिलेगी। एक ही कैनवास में माता रानी का पूरा परिवार यानी 5 मूर्तियां बनाई जा रही है। इस बार पांडाल इस तरह से तैयार किया जा रहा है, जिससे श्रद्धालु सड़क पर ही खड़े होकर माता रानी के दर्शन कर सकेंगे।