
राजस्थान की राजधानी जयपुर में खाद्य सुरक्षा योजना में गेहूं वितरण का जिम्मा संभाल रहे जयपुर शहर और ग्रामीण नागरिक प्रबंधकों और गेहूं परिवहन ठेकेदारों की लड़ाई आखिर सड़क पर आ गई है। इस लड़ाई में अप्रैल के महीने में लाभार्थी पिसेंगे क्योंकि इस महीने में वितरण के लिए आवंटित 1.50 लाख क्विंटल की जगह डिपो से केवल 70 हजार क्विंटल गेहूं ही पहुंच सका है।ऐसे में राशन के गेहूं के लिए लाभार्थियों को दर-दर भटकना पड़ सकता है।
रविवार को कई राशन डीलर्स ने पत्रिका को फोन कर 31 मार्च तक गेहूं नहीं पहुंचने की जानकारी दी। डीलर्स का कहना है कि गेहूं नहीं मिलने पर लाभार्थी नाराज होते हैं।
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पत्रिका की पड़ताल में सामने आया कि गेहूं परिवहन में गड़बड़ी सामने आने पर विभाग के तत्कालीन एसीएस अभय कुमार सिंह ने गेहूं परिवहन करने वाले ठेकेदार से काम लेकर दूसरे ठेकेदार को काम दिया दे दिया। इसके बाद दोनों नागरिक आपूर्ति प्रबंधकों ने कुछ दिन पहले मौखिक आदेश देकर डिपो से गेहूं के उठाव पर रोक लगा दी। बीते 15 दिन से डिपो से शहर और जिले के लिए एक क्विंटल गेहूं का उठाव नहीं हुआ है।
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Published on:
01 Apr 2024 10:23 am
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