प्रदेश प्रवक्ता एवं विधायक सतीश पूनिया ने शुक्रवार को पार्टी के प्रदेश कार्यालय में पत्रकारों से कहा कि राज्य में चुनाव प्रचार के दौरान राहुल गांधी ने किसानों का सम्पूर्ण कर्ज माफ करने के लिए कहा था। कांग्रेस ने जब घोषणा पत्र जारी किया तो उसमें सम्पूर्ण शब्द हट गया और सिर्फ कर्जमाफी की बात लिखी गई। सरकार में आने के बाद मात्र 2 लाख रुपए तक का कर्ज माफ करने के आदेश जारी कर दिए।
कर्जमाफी पर कांग्रेस ने 3 तरह की बातें कर दीं। राज्य के 59 लाख किसानों पर 99 हजार करोड़ का कर्ज है। यह मामला जनता की अदालत में ले जाएंगे। बेरोजगारी भत्ते पर भी कुछ स्पष्ट नहीं किया। उधर, कोटा में भाजपा सांसद ओम बिरला ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने चुनावी सभाओं में 10 दिन में कर्ज माफ करने का वादा किया लेकिन अब तक एक भी किसान का कर्ज माफ नहीं हुआ।
रणनीति में फेल हुए, सजा को तैयार
पूनिया ने कहा कि नगर निगम में जो हुआ, वह अफसोसजनक है। प्राय: निकायों में ऐसा होता रहता है लेकिन जयपुर में ऐसा होना सही नहीं था। यहां पार्टी का प्रभाव है। हम रणनीति में फेल हुए। प्रभारी के नाते पार्टी मुझे कोई सजा देगी तो मैं तैयार हूं। पार्टी की मर्यादा से बाहर जाकर जिसने काम किया, उसकी रिपोर्ट प्रदेश अध्यक्ष को देंगे। लोकसभा चुनाव में इसका असर नहीं होगा।