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Jaipur News: कुसुम यादव होंगी हैरिटेज नगर निगम में कार्यवाहक मेयर, UDH मंत्री ने दी मंजूरी

Jaipur Nagar Nigam Heritage New Commissioner: भाजपा की कुसुम यादव कार्यवाहक मेयर होंगी। कुसुम यादव 2020 में जयपुर हेरिटेज नगर निगम की मेयर प्रत्याशी भी रह चुकी है।

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BJP's Kusum Yadav will be the acting mayor of jaipur nagar nigam heritage

कुसुम यादव

जयपुर नगर निगम हैरिटेज के कार्यवाहक मेयर के नाम की घोषणा हो चुकी है। भाजपा की कुसुम यादव कार्यवाहक मेयर (Kusum Yadav jaipur nagar nigam heritage) होंगी। यूडीएच मंत्री झाबर सिंह खर्रा ने इसकी मंजूरी दे दी है। बता दें कि कुसुम यादव 2020 में भाजपा की ओर से जयपुर हैरिटेज नगर निगम की मेयर प्रत्याशी भी रह चुकी है। इससे पहले, कुसुम यादव पर भाजपा के अधिकृत प्रत्याशी के खिलाफ चुनाव लड़ने पर उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई हुई थी। उन्हें 6 साल के लिए प्राथमिक सदस्यता से निलंबित किया गया था। इसके बाद कुसुम यादव पार्षद का चुनाव निर्दलीय लड़ी थी।

ऐसे बदले जयपुर नगर निगम हैरिटेज के समीकरण

इससे पहले, जयपुर हैरिटेज नगर निगम की मेयर मुनेश गुर्जर के निलंबन के बाद कांग्रेस के 8 पार्षद भाजपा में शामिल हो गए। मंगलवार (24 सितंबर) को इन पार्षदों ने भाजपा प्रदेश अध्यक्ष की मौजूदगी में भाजपा को अपना समर्थन दिया। इनमें मनोज मुद्गल, उत्तम शर्मा, ज्योति चौहान, सुशीला देवी, अरविंद मेठी, मोहम्मद जकरिया, पारस जैन और संतोष कंवर शामिल हैं। कांग्रेस से भाजपा में शामिल हुए सभी पार्षदों ने बिना शर्त हस्ताक्षर युक्त समर्थन पत्र बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ और यूडीएच मंत्री झाबर सिंह खर्रा को सौंपा।

इन पार्षदों की मुनेश गुर्जर के निलंबन से पहले ही भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ से अनौपचारिक मुलाकात हुई थी। इन 8 पार्षदों ने उसी समय भाजपा में शामिल होने का फैसला किया।

कांग्रेस को नुकसान, भाजपा का मेयर

जयपुर हैरिटेज नगर निगम में कुल 100 पार्षद सीटें हैं। किसी भी पार्टी को बहुमत के लिए 51 पार्षदों की जरूरत होती है। 2020 के नतीजों के मुताबिक कांग्रेस के 47 पार्षद, बीजेपी के 42 पार्षद और 11 पार्षद निर्दलीय चुनाव जीते थे। इनमें से 9 ने कांग्रेस पार्टी को समर्थन दिया था। दो ने भारतीय जनता पार्टी को समर्थन दिया था। ऐसे में कांग्रेस पार्टी की मेयर चुनी गई थी। लेकिन मुनेश गुर्जर के निलंबन के बाद समीकरण बदल गए। कांग्रेस के 8 पार्षदों के बीजेपी में शामिल होने के बाद भारतीय जनता पार्टी बहुमत के आंकड़े को पार कर गई। ऐसे में बीजेपी का मेयर बनना तय माना जा रहा था।

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