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टॉप-20 टैक्सपेयर्स में नहीं बिल्डर, ज्वैलर और होटेलियर

आयकर विभाग: राज्य में टैक्स वसूली 2021-22 में पहुंची 25,332 करोड़

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jaipur

टॉप-20 टैक्सपेयर्स में नहीं बिल्डर, ज्वैलर और होटेलियर

जगमोहन शर्मा
जयपुर. राजस्थान में एडवांस टैक्स वसूली ने नया रेकॉर्ड कायम किया है। 2021-2022 में राजस्थान सर्किल को मिले 21700 करोड़ रुपए के टैक्स वसूली के लक्ष्य को विभाग ने आसानी से पार कर लिया है और 31 मार्च तक यह आंकड़ा 25,332 करोड़ रुपए पहुंच गया है। राजस्थान ने टैक्स वसूली में लम्बी छलांग लगाई है, लेकिन जहां तक आयकरदाताओं की बात है तो आज भी राजस्थान की टॉप-20 लिस्ट में कोई बिल्डर, ज्वैलर और होटेलियर्स का नाम नहीं है, जबकि ये इंडस्ट्री राजस्थान के 'कोर उद्योग में गिनी जाती है। आयकर विभाग के अनुसार 2020-2021 में टॉप टैक्सपेयर्स की सूची में हिंदुस्तान जिंक लिमिटेड एडवांस टैक्स देने में नंबर एक स्थान पर है। हालांकि अभी 2021-2022 लिस्ट उपलब्ध नहीं है, लेकिन पिछले पांच साल में इसमें ज्यादा फेरबदल नहीं हुआ है। राजस्थान के टॉप-20 आयकरदाताओं में सीमेंट, टैक्सटाइल, बैंक, एजुकेशन से जुड़ी कम्पनियां ज्यादा हैं।

टैक्सपेयर रिटर्न भरने का स्थान
हिंदुस्तान जिंक लिमिटेड उदयपुर
श्री सीमेंट लिमिटेड ब्यावर
श्रीराम जनरल इंश्योरेंस कम्पनी जयपुर
चंबल फर्टीलाइजर एंड केमिकल्स कोटा
एयू स्मॉल फाइनेंस बैंक लिमिटेड जयपुर
पीआइ इंडस्ट्रीज लिमिटेड उदयपुर
एलन कैरियर इंस्टीट्यूट कोटा
राजस्थान स्टेट इंडस्ट्रियल डवपलमेंट
इंवेस्टमेंट कॉरपोरेशन लिमिटेड जयपुर
वंडर सीमेंट लिमिटेड उदयपुर
जिलेट इंडिया लिमिटेड भिवाड़ी
अभिषेक मनु सिंघवी जोधपुर
बड़ौदा राजस्थान क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक अजमेर
इंदिरा आइवीएफ हॉस्पिटल उदयपुर
आवास फाइनेशियर्स लिमिटेड जयपुर
देवगिरी एक्सपोर्ट जयपुर
जीआर इंफ्राप्रोजेक्ट्स लिमिटेड उदयपुर
राजस्थान स्टेट कॉ-ऑपरेटिव बैंक जयपुर
गोयल गम्स प्राइवेट लिमिटेड जयपुर
फैशन शूटिंग्स प्राइवेट लिमिटेड भीलवाड़ा
मयूर यूनिकोटर्स लिमिटेड जयपुर

बड़ा सवाल
सवाल ये उठता है कि राजस्थान का रियल एस्टेट, ज्वैलरी और पर्यटन से जुड़े उद्योग बड़े टैक्सपेयर क्यों नहीं हैं, जबकि पिछले दस साल के आंकड़े देखें तो इन तीनों सेक्टर से जुड़े 50 से ज्यादा उद्योगपतियों पर आयकर छापे की कार्रवाई हुई है और अरबों रुपए की अघोषित आय उजाकर की गई है। खैर इसके बावजूद राजस्थान ने आयकर वसूली में लम्बी छलांग लगाई है और 2021-2022 में यह देश में नवें स्थान से छठे स्थान पर आ गया है।

जागरुकता कैम्पेन से हुई वृद्धि
एडवांस टैक्स वसूली में महाराष्ट्र पहले स्थान पर काबिज है। उसके बाद गुजरात, उत्तरप्रदेश, तमिलनाडु और पश्चिम बंगाल का स्थान आता है। आयकर विभाग ने कोविड के बाद जागरुकता कैम्पेन के जरिए लोगों को बकाया आयकर भरने के लिए प्रोत्साहित किया था, वहीं अग्रिम कर भुगतान के जरिए भी राजस्व आंकड़ों में अच्छी वृद्धि हुई है।