1 अक्टूबर को अधिसूचना जारी होने के साथ ही नामांकन पत्र भरने का कार्य प्रारंभ प्रारंभ हो गया था। 8 अक्टूबर तक कुल 29 उम्मीदवारों ने 43 नामांकन पत्र दाखिल किए। संवीक्षा के दौरान सुरक्षा राशि, पार्टी की ओर से दिया जाने वाला फार्म ए व बी, प्रस्तावकों की संख्या तथा अन्य कारणों से 6 उम्मीदवारों के नामांकन पत्र खारिज हो गए। इस तरह कुल 23 उम्मीदवारों के नामांकन सही पाए गए। बुधवार को नाम वापसी के आखिरी दिन 7 उम्मीदवारों ने नाम वापस लिया। इस तरह दोनों विधानसभा में 16 उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमाएंगे।
दोनों विधानसभाओं में 30 अक्टूबर को सुबह 7 बजे से शाम 6 बजे तक मतदान करवाया जाएगा, जबकि 2 नवंबर को मतगणना होगी। दोनों विधानसभाओं में कुल 5 लाख 11 हजार 455 मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल कर सकेंगे। वल्लभनगर में 2 लाख 53 हजार 831 व धरियावद में 2 लाख 57 हजार 624 मतदाता मत डाल सकेंगे।
विधानसभा वार यह रही स्थिति-
वल्लभनगर-
यहां कुल 9 उम्मीदवार चुनाव मैदान में रह गए हैं। भाजपा-कांग्रेस के अलावा जनता सेना और रालोपा प्रत्याशी ने चुनाव रोचक कर दिया है। कांग्रेस ने यहां दिवंगत विधायक गजेन्द्र सिंह शक्तावत तो भाजपा ने हिम्मत सिंह झाला को मैदान में उतारा है। जनता सेना से रणधीर सिंंह भींडर चुनाव मैदान में रह गए हैं। उनकी पत्नी दीपेन्द्र कंवर ने नाम वापस ले लिया। रालोपा से उदय लाल डांगी चुनाव मैदान में है। डांगी 2018 में भाजपा प्रत्याशी रह चुके हैं। इन चार के अलावा सुख सम्पत बागड़ी मीना, गजेन्द्र, नरेन्द्र चौधरी, भेरू लाल, विजय कुमार वीरवाल भी चुनाव मैदान में है। 2018 के चुनाव में यहां कांग्रेस तो 2013 के चुनाव में जनता सेना ने जीत दर्ज की थी। भाजपा यहां लम्बे समय से जीत के लिए तरस रही है।
धरियावद-
यहां 7 प्रत्याशी चुनाव मैदान में रह गए हैं। कन्हैया लाल मीणा की नाम वापसी के बाद अब यहां भाजपा-कांग्रेस में आमने-सामने की लड़ाई मानी जा रही है। हालांकि, बीटीपी ने भी अपना प्रत्याशी खड़ा किया है। कांग्रेस ने यहां नागराज मीणा को तो भाजपा ने खेत सिंह को टिकट दिया है। बीटीपी ने गणेश लाल मीणा को टिकट दिया है। इनके अलावा पूरण मल, राम सिंह, कैलाश और थावरचंद भी चुनाव मैदान में हैं। इस सीट पर दो बार से भाजपा प्रत्याशी ही जीत दर्ज करता आ रहा है। 2013 और 2018 के चुनाव में कन्हैया लाल मीणा के पिता स्व गौतम लाल मीणा चुनाव जीत रहे थे। 2008 में कांग्रेस प्रत्याशी नागराज मीणा ही विधायक चुने गए थे।