मुख्यमंत्री ने साफ कर दिया कि यदि एक-दो सेंटर पर पेपर आउट होने जैसी बात है, तो वहां पर फिर से परीक्षा करा दी जाएगी, लेकिन पूरी रीट परीक्षा फिर से नहीं होगी। लाखों बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ नहीं होने दिया जाएगा। सीएम ने कहा कि रीट परीक्षा में ऐसे प्रबंध हुए , वैसे आज तक नहीं हुए। यह बात विपक्ष के नेताओं को पच नहीं रही।
ऐसे में ये नेता युवाओं को भड़काने का काम कर रहे हैं। यदि ऐसे ही परीक्षा रद्द कर दी जाए या फिर मामले कोर्ट में जाए तो फिर भर्तियां कैसे हो पाएगी। सीएम ने कहा कि पेपर तो भाजपा के शासन में भी कई बार आउट हुए। सीएम ने आरोप लगाया कि कुछ लोग नेता बनने के लिए अफवाह फैला रहे हैं। यदि कोई सच्चाई है, तो हमारे सामने लाओ, एसओजी को दो, मैं वादा करता हूं कि किसी को नहीं बख्शा जाएगा।