उन्होंने कहा कि भाजपा सदैव किसान हित में बात करती आई है, जो कहा वही किया, लेकिन गहलोत सरकार ने हमेशा जस्थान की जनता और किसानों के साथ धोखा किया। विधानसभा में घोषणावीर सीएम गहलोत कहते हैं कि किसानों की जमीन कुर्क नहीं होगी, लेकिन किसानों की जमीन को कुर्क हो रही है, जो उनके साथ धोखा है। किसानों ने मुख्यमंत्री के नाम पत्र लिखकर आत्महत्या की है, क्या उनको यह दिखाई नहीं देता। राजस्थान की जनता ने देखा कि राजस्थान में कितने किसानों ने आत्महत्या की है। साढ़े 4 साल आपने किसानों की सुनवाई नहीं की, यह उसी का परिणाम है।
पेपर लीक के आरोपियों से जुड़े हैं सरकार के तार
पेपर लीक मामले पर जोशी ने कहा कि आरपीएससी सदस्य की गिरफ्तारी का मामला राज्य के इतिहास में पहला है। सरकार की जानकारी में पेपर लीक मामले से जुडी सभी जानकारियां थी, यदि मुख्यमंत्री गहलोत ईमानदार होते तो पहले ही दूध का दूध और पानी का पानी हो गया होता। सरकार के तार पेपर लीक के आरोपियों से जुडे हुए हैं, इसलिए इतना लंबा समय बीत जाने के बावजूद आरोपियों के खिलाफ प्रभावी कार्रवाई नहीं हुई। ईडी की जांच पर भरोसा जताते हुए जोशी ने कहा कि बहुत जल्द पेपर लीक सहित भ्रष्टाचार के सभी मामलों में बडे खुलासे होंगे।
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चुनाव के समय राहत का ढोंग
प्रदेशाध्यक्ष जोशी ने कहा कि सरकार का धर्म होता है कि वह गरीब कल्याण के लिए काम करे, लोकतंत्र में मतदाता मालिक होता है। साढे चार साल महंगी बिजली, फ्यूल सरचार्ज, चौगुना महंगा कोयला खरीदा और चुनाव के समय राहत देने का ढोंग रच रहे हैं।