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सरकार से बोले बैंसला- कैसे और कब तक आक्रोशित लोगों को रोके रखूं

locationजयपुरPublished: Feb 12, 2019 12:46:16 pm

Submitted by:

santosh

मांगें पूरी होने तक न तो गुर्जर आंदोलन खत्म करने को तैयार हैं न सरकार की तरफ से वार्ता के लिए कोई खास पहल हुई है। इसका सीधा असर आम जनता पर पड़ रहा है।

Colonel Kirori Singh Bainsla
जयपुर। राजस्थान में पांचवें दिन भी पांच प्रतिशत आरक्षण की मांग को लेकर गुर्जर आंदोलन जारी है। रेलवे ट्रैक वे बाद अब गुर्जर सड़क पर आ जमे हैं। इसके कारण राजधानी जयपुर से सवाई माधोपुर, टोंक, आगरा, करौली समेत कई इलाकों के लिए रोडवेज बसें नहीं चल रही।
आंदोलन खत्म करने को तैयार नहीं
मांगें पूरी होने तक न तो गुर्जर आंदोलन खत्म करने को तैयार हैं न सरकार की तरफ से वार्ता के लिए कोई खास पहल हुई है। इसका सीधा असर आम जनता पर पड़ रहा है। लाखों लोग परेशान हैं। इसी बीच गुर्जरों ने आंदोलन और तेज करने की चेतावनी दी है। ऐसे में जनता की परेशानी और बढ़ने वाली है।
क्या हम इस देश के नागरिक नहीं?
आरक्षण संघर्ष समिति के संयोजक कर्नल करोड़ी सिंह बैंसला ने सरकार जल्दी से जल्दी इसका हल निकाले और हमें हमारा हक दे। बैंसला ने कहा कि पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी जब सीकर आए तो न कोई कमेटी बनी ना कोई और बात हुई और वे आरक्षण दे गए। वह आज भी लागू है। उन्होंने कहा कि केंद्र ने सात दिन में सवर्णों को आरक्षण दे दिया और हम 14 साल से संघर्ष कर रहे हैं। क्या हम इस देश के नागरिक नहीं हैं?
शांतिपूर्वक आंदोलन की अपील
बैंसला ने कहा कि सरकार के हाथों अब तक हमारे 72 लोग मारे जा चुके हैं। आरक्षण गुर्जर समाज का एक बड़ा दर्द है। आंदोलन होगा तो परेशानी भी होगी ही। मैंने प्रदेश में शांतिपूर्वक आंदोलन की अपील कर रखी है। लोगों के साथ बदसलूकी नहीं होने दे रहा हूं, ये बड़ी बात है। उन्होंने कहा कि मैं सरकार से इसी बात का निवेदन करना चाहता हूं कि कैसे और कब तक आक्रोशित लोगों को रोके रखूं। मुख्यमंत्री को खुद आगे बढ़कर वार्ता के लिए आना चाहिए ताकि मामले का बैठकर समाधान निकाला जा सके।
टेबल टॉक करते-करते थक चुके हैं
बैंसला ने दोहराया कि जब तक हमें आरक्षण नहीं मिलेगा। हम यहां से नहीं हटेंगे। उन्होंने कहा कि हम टेबल टॉक करते—करते थक चुके हैं, इसलिए जो भी बात करनी है वह यहीं होगी। उन्होंने कहा कि वे बातचीत के लिए तैयार हैं, लेकिन सरकार कुछ लेकर तो आए। उस पर हम बात करें। आंदोलन कर रहे लोग समझदार हैं। उन्होंने गुर्जरों को पांच प्रतिशत आरक्षण देने के सम्बन्ध में कहा कि आंध्रप्रदेश में दिए गए चार प्रतिशत आरक्षण की तरह ही राजस्थान में भी केंद्र के सहयोग से गुर्जरों को आरक्षण दिया जा सकता है।
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