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बड़ा उलटफेर, उप जिला प्रमुख चुनाव में कांग्रेस ने मारी बाजी

राजस्थान के 6 जिलों में हुए उप जिला प्रमुखों के चुनाव में बड़ा उलटफेर हुआ है। छह में से पांच उप जिला प्रमुख कांग्रेस के बने हैं।

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पत्रिका न्यूज नेटवर्क
जयपुर। प्रदेश के छह जिलों में जिला प्रमुख बनाने में भाजपा ने उलटफेर किया था, लेकिन उपजिला प्रमुख बनाने में भाजपा की रणनीति फेल हो गई। भाजपा मात्र सिरोही में ही उपजिला प्रमुख बनाने में कामयाब हो पाई है। कांग्रेस ने पांच जिलों जयपुर, जोधपुर, भरतपुर, दौसा, सवाईमाधोपुर में उपजिला प्रमुख बनाया। भाजपा ने जयपुर में उलटफेर करते हुए अपना जिला प्रमुख बना लिया था, लेकिन उप जिला प्रमुख में भाजपा कामयाब नहीं हो सकी।

जिला प्रमुख और प्रधानों के बाद मंगलवार को 6 जिलों में उप जिला प्रमुखों और 78 पंचायत समितियों में उप प्रधानों के चुनाव हुए। जयपुर में आत्मविश्वास से लबरेज भाजपा को झटका लगा और कांग्रेस यहां अपने प्रत्याशी मोहन डागर को उपजिला प्रमुख बनाने में कामयाब रही। भाजपा ने जयपुर में राजकंवर को अपना प्रत्याशी बनाया था।

इसी तरह भरतपुर में भी भाजपा को बड़ा झटका लगा है। यहां कांग्रेस की प्रियंका गुर्जर उपजिला प्रमुख बनी हैं। भाजपा नेताओं ने दावा किया कि बाड़ेबंदी से सबको एक बस में बैठाकर वोटिंग के लिए लाया जा रहा था, लेकिन बस खराब होने से वोट देने सदस्य समय पर नहीं पहुंच सके। इस वजह से भाजपा की अधिकृत प्रत्याशी को वोट नहीं पड़ सके। हालांकि, एक चर्चा यह भी है कि पार्टी ने जिसे प्रत्याशी बनाया था। उसे लेकर समय पर एक राय नहीं बनाई जा सकी थी, जिस वजह से वोट पडऩे में देरी हुई।

जमकर हुए जोड़-तोड़ के प्रयास-
मंगलवार को भी दोनों ही पार्टियों ने कई जगह जोड़-तोड़ के जरिए हार जीत के समीकरण बदलने का प्रयास किया है। जिला परिषद सदस्य और पंचायत समिति सदस्यों की आज बाड़ेबंदी खत्म हो गई ।

कांग्रेस के 46 तो भाजपा के 27 उपप्रधान बने-
कांग्रेस ने जहां 49 पंचायत समितियों में प्रधान बनाए थे, वहीं 46 में ही उप प्रधान बन पाए। भाजपा ने जहां 25 प्रधान बनाए, वहीं 27 पंचायत समितियों में उप प्रधान बनाए। तीन पंचायत समितियों में निर्दलीय उप प्रधान बने, जबकि एक पंचायत समिति में आरएलपी का उप प्रधान बना। उप प्रधान के चुनाव 77 पंचायत समितियों में ही हो सके। एक पंचायत समिति जयपुर जिले की मौजमाबाद में भाजपा-कांग्रेस प्रत्याशी तय समय पर फार्म ही नहीं भर सके। किसी अन्य ने भी फार्म नहीं भरा, जिस वजह से उप प्रधान तय नहीं हो सका।

कहां कौन बना उप जिला प्रमुख-

जयपुर- कांग्रेस के मोहन डागर उपजिला प्रमुख बने। उन्हें 51 में से 26 वोट मिले, जबकि भाजपा प्रत्याशी राज कंवर को 25 वोट मिले।

जोधपुर- कांग्रेस के विक्रम विश्नोई उपजिला प्रमुख बने। उनको 23 वोट मिले, जबकि भाजपा प्रत्याशी सुशीला विश्नोई को 14 वोट मिले। कांग्रेस यहां क्रॉस वोटिंग करवाने में कामयाब रही। कांग्रेस के 21 सदस्य थे और वोट मिले 23 ।

भरतपुर- कांग्रेस की प्रियंका गुर्जर उपजिला प्रमुख बनी। प्रियंका गुर्जर को सात वोट मिले, जबकि भाजपा प्रत्याशी शिखा शर्मा को तीन वोट ही मिल सके।

दौसा- कांग्रेस के मानधाता मीणा उप जिला प्रमुख बने। उन्हें 22 वोट मिले, जबकि भाजपा प्रत्याशी बृजमोहन मीणा को छह वोट मिले। एक वोट नोटा को दिया गया। भाजपा को यहां क्रॉस वोटिंग का सामना भी करना पड़ा।

सिरोही- भाजपा की मनीषा मीणा उपजिला प्रमुख बनीं। यहां किसी तरह का कोई बड़ा उलटफेर नहीं हुआ। भाजपा को यहां पूरे 17 वोट मिले, जबकि कांग्रेस प्रत्याशी मोतीराम मीणा को चार वोट मिले।

सवाईमाधोपुर- कांग्रेस के बाबू लाल मीणा उप जिला प्रमुख बने। उन्हें 25 में से 17 वोट मिले। भाजपा के पुखराज को 8 वोट मिले।