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लोकसभा में मिली हार, अब कार्यकर्ताओं को मनाने में जुटी कांग्रेस, शुरू की बड़े पदों पर नियुक्तियां देना

महात्मा गांधी की जयंती के बहाने कार्यकर्ताओं को खुश करने की कोशिश

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लोकसभा में मिली हार, अब कार्यकर्ताओं को मनाने में जुटी कांग्रेस, शुरू की बड़े पदों पर नियुक्तियां देना

शादाब अहमद / जयपुर। लोक सभा चुनाव ( Loksabha Election ) की करारी हार से उबरने की कोशिश में लगी कांग्रेस ( Congress ) को आने वाले महीनों में नगरीय निकाय और पंचायत चुनावों ( panchayat elections ) की चुनौती का सामना करना है। इसके चलते कांग्रेस जल्द से जल्द अपने नेताओं और कार्यकर्ताओं में जोश भरने के लिए सरकार में भागीदारी देने की कोशिश में लगी हुई है। इसी कड़ी में सरकार ने महात्मा गांधी के 150 वीं जयंती वर्ष ( Mahatma Gandhi's 150th Birth Anniversary ) पर जिलों में चल रहे कार्यक्रमों के लिए जिला स्तरीय समितियों में कांग्रेस कार्यकर्ताओं को संयोजक और सह-संयोजक बनाया है।

लोक सभा चुनाव में हार के बाद कांग्रेस कार्यकर्ताओं में निराशा छाई हुई है। कई मंत्री और विधायक खुले तौर पर नौकरशाही और कर्मचारियों में कांग्रेस कार्यकर्ताओं की सुनवाई नहीं होने को हार के लिए जिम्मेदार ठहरा चुके हैं। ऐसे में कांग्रेस के पास फिलहाल राजनीतिक नियुक्तियां ही कार्यकर्ताओं को शांत और सक्रिय करने का सबसे बड़ा रास्ता है। राज्य स्तरीय नियुक्तियों के लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ( Rajasthan Cm Ashok Gehlot ) को उपमुख्यमंत्री व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सचिन पायलट ( Sachin Pilot ) के साथ कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ( Rahul Gandhi ) से सहमति लेनी होगी। जबकि जिला स्तर की कुछ समितियां ऐसी हैं, जिन पर सरकार सदस्य बना सकती है।

ऐसे में सरकार को महात्मा गांधी के 150 वीं जयंती वर्ष के कार्यक्रमों की जिला कलक्टर की अध्यक्षता में गठित जिला स्तरीय समिति एक मौके के तौर पर दिखी। इसमें सरकार ने जिला स्तरीय समिति बनाई, जिनमें दो गैर सरकारी सदस्य रख दिए गए। इनमें भी अधिकांश नेता और कार्यकर्ता वे हैं, जिनका विधान सभा चुनाव में टिकट कट गया था या वे चुनाव हार गए थे।


समिति का यह है काम

इस जिला स्तरीय समिति का काम जिला स्तर पर 2 अक्टूबर तक होने वाले जयंती कार्यक्रम कराने के साथ उनकी मॉनीटरिंग की जिम्मेदारी है।