
सुनील सिंह सिसोदिया
जयपुर। Rajasthan election 2023 : राज्य में दो दिन बाद विधानसभा चुनाव को लेकर नामांकन प्रक्रिया शुरू हो जाएगी, लेकिन अब तक कांग्रेस 95 विधानसभा सीटों पर ही उम्मीदवार उतार सकी है। अभी उम्मीदवार की घोषणा उन्हीं सीटों पर की गई है, जहां ज्यादा विवाद नहीं था। लेकिन अब शेष सीटों के लिए कांग्रेस को चयन में मशक्कत करनी पड़ रही है। करीब 30 सीटों पर उम्मीदवार चयन में नेताओं के पसीने छूट रहे हैं। भाजपा ने जिन 7 विधानसभा सीटों पर सांसदों को उम्मीदवार बनाया है। उनमें से चार सीटों पर कांग्रेस अब तक उम्मीदवार चयन प्रक्रिया पूरी नहीं कर सकी है। कुछ सीटों पर तो कांग्रेस को मुकाबले के लिए मजबूत उम्मीदवार चयन के लिए खासी मशक्कत करनी पड़ी रही है।
4 सांसदों के सामने टक्कर के नहीं मिल रहे उम्मीदवार
भाजपा ने 7 विधानसभा सीटों पर सांसदों को उम्मीदवार बनाया है। कांग्रेस यहां मुकाबले के उम्मीदवार चयन को लेकर अब तक प्रक्रिया पूरी नहीं कर सकी है। जबकि भाजपा ने सबसे पहले यहां उम्मीदवार घोषित किए थे। इसके बाद कांग्रेस की 3 सूचियां जारी हो चुकी हैं। तिजारा विधानसभा सीट पर भाजपा के बालकनाथ के सामने कांग्रेस को उम्मीदवारी के चयन में ज्यादा मशक्कत करनी पड़ रही है। चर्चा है कि कांग्रेस भी यहां भाजपा की तरह कोई बड़ा चौकाने वाला नाम घोषित कर सकती है। इसी प्रकार झोटवाड़ा सीट पर भाजपा ने सांसद राज्यवर्धन सिंह को उतारा है, यहां से कांग्रेस सरकार में मंत्री लालचंद कटारिया अब चुनाव लड़ने से इनकार कर रहे हैं। इससे अब तक यहां उम्मीदवार की प्रक्रिया अटकी हुई है। विद्याधर नगर में भाजपा की दीया कुमारी के मुकाबले को लेकर भी कांग्रेस में मजबूत उम्मीदवार की तलाश अभी तक जारी है। किशनगढ़ में कांग्रेस ने मुकाबले के लिए भाजपा से एक नेता को कांग्रेस में लिया है। उनको अब टिकट देने की चर्चा है।
इन सीटों पर भी आ रही परेशानी
कांग्रेस को मंत्री हेमाराम चौधरी के चुनाव लड़ने से इनकार करने की वजह से गुढ़ामलानी में उम्मीदवार को लेकर दिक्कत है। एेसी ही स्थिति सांगोद विधायक भरतसिंह के इनकार के चलते नए उम्मीदवार के नाम पर खींचतान है। बहरोड़ में भी कांग्रेस की स्थिति ठीक नहीं है। यहां से निर्दलीय विधायक बलजीत यादव गत चुनाव में जीते थे। लेकिन वे कांग्रेस से टिकट के इच्छुक नहीं है। यादव ने अपनी नई पार्टी बना ली है। एेसे में अब कांग्रेस को यहां भी जिताऊ चेहरे की तलाश में परेशानी हो रही है। अलवर शहर सीट पर पूर्व केन्द्रीय मंत्री सर्वे में सबसे ऊपर हैं, लेकिन उनके अब तक इनकार के चलते दूसरे चेहरे के लिए मंथन चल रहा है। मालपुरा में टिकट के लिए पूर्व मंत्री चन्द्रभान व पूर्व जिलाध्यक्ष रामविलास व अन्य कुछ में टकराव है। शिव सीट पर भी वर्तमान विधायक, पूर्व विधायक व अन्य बड़े नेताओं में खींचतान है। पीपल्दा विधायक सीट बदलने की जुगत में बताए जा रहे हैं। इससे यहां भी परेशानी आ रही है। बीकानेर पूर्व में भी कांग्रेस को मजबूत उम्मीदवार की तलाश है।
यहां चल रहे विरोध प्रदर्शन
प्रदेश की चाकसू, जमवारामगढ़, चौमूं, शाहपुरा, कामां, लाड़पुरा, मनोहर थाना, बूंदी, छबड़ा, बामनवास, नसीराबाद, नैनवा, कपासन, चित्तौड़गढ़, बेगूं, निवाई सहित करीब दो दर्जन सीटों पर वर्तमान विधायक व पूर्व उम्मीदवार को फिर टिकट नहीं दिए जाने को लेकर विरोध चल रहे है। इनमें से कई सीटों के नेता जयपुर या फिर स्थानीय स्तर पर प्रदर्शन कर रहे हैं।
दिल्ली में भी बनी कमेटी
सूत्रों के मुताबिक शेष सीटों के लिए स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक शुरू होने से पहले ही कुछ सीटों पर सहमति नहीं बनने की स्थिति को देखते हुए एआईसीसी स्तर पर चार बड़े नेताओं की भी कमेटी बनाई गई है। ये नेता स्क्रीनिंग कमेटी में सहमति नहीं बनने वाली सीटों पर अंतिम निर्णय कर सीईसी को नाम भेजेंगे। उधर, राज्य स्तर पर डेमेज कन्ट्रोल के लिए वरिष्ठ नेता मोहन प्रकाश की अध्यक्षता में कमेटी का गठन किया जा चुका है।
Published on:
28 Oct 2023 07:29 am
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