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Rajasthan News : अब दलित दूल्हों को घोड़ी से उतारने में तय होगी अफसरों की भूमिका, पुलिस मुख्यालय ने जारी की गाइडलाइन

Udaipur News : मलमास खत्म होने के साथ ही शादियों का सीजन शुरू हो गया है। गांव-गांव में होने वाली शादियों में कई बार दलित दूल्हों को घोड़ी से उतारने जैसी घटनाएं भी होती रही हैं। प्रदेश में पिछले 10 साल में दलित दूल्हों को घोड़ी से उतारने की 138 घटनाएं हुई हैं।

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जयपुर

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Kirti Verma

Jan 17, 2024

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पंकज वैष्णव

Udaipur News : मलमास खत्म होने के साथ ही शादियों का सीजन शुरू हो गया है। गांव-गांव में होने वाली शादियों में कई बार दलित दूल्हों को घोड़ी से उतारने जैसी घटनाएं भी होती रही हैं। प्रदेश में पिछले 10 साल में दलित दूल्हों को घोड़ी से उतारने की 138 घटनाएं हुई हैं। सामाजिक सौहार्द बिगाडऩे वाली घटनाओं का दोहराव नहीं हो, इसके लिए पुलिस मुख्यालय की ओर से सख्ती बरती जा रही है। मुख्यालय की ओर से प्रदेशभर के लिए गाइडलाइन जारी की गई है, जिससे ऐसी घटनाएं रोकी जा सके। आदेश के अनुसार पुलिस की निगरानी गांव-गांव तक रहेगी, वहीं घटना होने की स्थिति में सख्त कार्रवाई की जाएगी।

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पुलिस के लिए निर्देश

- जहां पूर्व में घटना हो चुकी है या दो समाजों में विवाद चल रहा है, उसे चिह्नित करें। अंदेशा होने की स्थिति में आयोजन से पहले ही संदिग्धों पर कार्रवाई करें।

- बीट स्तर पर जानकारी जुटाई जाए कि निकट भविष्य में किन दलित परिवारों के घर शादी है। दलित की शादी के दिन बिन्दोली निकालने के लिए व्यवस्था हो।

- बीट कांस्टेबल क्षेत्र के पंच, सरपंच, पार्षद, सीएलजी सदस्य, पुलिस मित्र और संबंधित समुदाय के साथ समन्वय करें, समुदायजनों को कानून की जानकारी दें।

- सीएलजी सदस्य, पुलिस मित्र, सरपंच, पंच, पार्षद को सूचित करें कि घटना की संभावना हो तो समय रहते प्रशासनिक-पुलिस अधिकारी को सूचित करें।

- कलक्टर के साथ समन्वय करते हुए पटवारियों को भी जागरूक करेंगे कि वे दंड प्रक्रिया संहिता के अनुसार कर्तव्य निर्वहन करते हुए घटनाएं रोकेंगे।

- घटना होने की स्थिति में एसपी, एएसपी, वृत्ताधिकारी मौके पर पहुंचकर घटना स्थल का निरीक्षण करेंगे और नियमानुसार कार्रवाई करवाएंगे।

- ऐसी घटना की शिकायत मिलने पर तत्काल एफआइआर दर्ज की जाए, दोषियों को गिरफ्तार किया जाए और जांच भी निर्धारित समय में पूरी की जाए।

- इस तरह की घटना पर तुरंत ही पुलिस मुख्यालय को सूचित किया जाए। साथ ही किस तरह की कार्रवाई की गई, इसकी रिपोर्ट दी भी जाए।

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प्रदेश में हो चुकी घटनाएं
वर्ष - प्रदेश में केस
2012 - 2
2013 - 4
2014 - 20
2015 - 18
2016 - 16
2017 - 16
2018 - 9
2019 - 7
2020 - 7
2021 - 9
2023 - 16