
पूर्व सीएम अशोक गहलोत, फोटो- एक्स हैंडल
Rajasthan Politics: राजस्थान के अलवर जिले से एक दलित युवक के अपहरण, निर्वस्त्र करने और उसका वीडियो बनाकर परिजनों को भेजने की दिल दहलाने वाली घटना सामने आई है। इस घटना ने प्रदेश की कानून व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। इस मामले को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और कांग्रेस नेता टीकाराम जूली ने भजनलाल सरकार पर जमकर हमला बोला है। दोनों नेताओं ने इसे कानून व्यवस्था की विफलता का प्रतीक बताते हुए सरकार से जवाबदेही की मांग की है।
पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इस घटना पर गहरा दुख और आक्रोश व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि आज मुझे बहुत दुख हो रहा है। मैंने अपनी जिंदगी में पहली बार ऐसा खतरनाक वीडियो देखा है। एक दलित युवक को अपहरण कर, उसे पूरी तरह निर्वस्त्र करके अलवर से बूंदी ले जाया गया। उसका वीडियो बनाकर परिजनों को भेजा गया। यह इतना भयावह है कि कोई इसे देख नहीं सकता। गहलोत ने कहा कि डेढ़ साल बनाम पांच साल। अगर इतने कम समय में ऐसी घटनाएं हो रही हैं, तो भविष्य में क्या होगा?
गहलोत ने सवाल उठाया कि जिस प्रदेश में इस तरह की हिम्मत की जाए, वहां कानून व्यवस्था का क्या हाल होगा? उन्होंने चेतावनी दी कि अगर डेढ़ साल में ऐसी घटनाएं हो रही हैं, तो अगले पांच सालों में स्थिति और बदतर हो सकती है। गहलोत ने इसे प्रदेशवासियों के लिए चिंता का विषय बताते हुए सरकार से तत्काल कार्रवाई की मांग की।
अलवर से विधायक और नेता विपक्ष टीकाराम जूली ने भी इस घटना को लेकर भजनलाल सरकार को आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि राजस्थान में कानून व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त हो चुकी है। जूली ने बताया कि अलवर में ही एक अन्य मामले में पुलिस कस्टडी में एक युवक की संदिग्ध मौत हुई है, जो चिंताजनक है।
उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, जो हाल ही में जयपुर के दौरे पर थे, से इस मामले में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और उनकी सरकार से जवाब मांगने की अपील की। जूली ने कहा कि हर जिले में ऐसी घटनाएं आम हो रही हैं। यह सरकार की नाकामी का सबूत है।
Updated on:
17 Jul 2025 06:35 pm
Published on:
17 Jul 2025 04:55 pm
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