
जयपुर। प्रदेश में सेवारत चिकित्सकों का आंदोलन एक बार फिर कल से उग्र हो सकता है और सरकारी अस्पतालों में इलाज की आस में आने वाले मरीजों पर आफत का पहाड़ टूट सकता है। क्योंकि सेवारत चिकित्सकों की ओर से दिए गए 72 घंटे के अल्टीमेटम की समय सीमा कल खत्म हो जाएगी और सेवारत चिकित्सकों की मांगों को लेकर सरकार और चिकित्सकों के बीच खींचतान अब चरम पर पहुंच गई है। उधर सेवारत चिकित्सकों ने चिकित्सा मंत्री के बयान की निंदा करते हुए कहा है कि अगर सेवारत चिकित्सकों की मांगे पूरी हो गई हैं तो चिकित्सा मंत्री और विभाग आदेश की कापी दिखाएं।
अब भी परेशान और कल से हो सकते हैं ज्यादा परेशान -
चिकित्सक नेताओं के तबादले होने के बाद से ही सेवारत चिकित्सकों ने दो दिन आउटडोर समय में दो घंटे के लिए कार्य बहिष्कार किया था। बहिष्कार के दौरान मरीजों को भारी परेशानी हुई थी। वहीं अब सेवारत चिकित्सक अस्पतालों के बाहर टेंट और तंबू लगा कर मरीजों के इलाज का दावा कर रहे है। लेकिन सीकर में शुक्रवार को इलाज के अभाव में दो महिलाओं की मौत होने का मामला सामने आया है।
कल से क्या होगा मरीजों का -
सेवारत चिकित्सकों ने चिकित्सक नेताओं के तबादले रदद करने व अन्य मांगों को लेकर 72 घंटे का अल्टीमेटम दे रखा है। इस अल्टीमेटम की समय सीमा कल खत्म हो जाएगी। अब स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी और और मरीज चर्चा कर रहे हैं कि कल मरीजों की परेशानी बढेगी या फिर घटेगी। उधर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी वैकल्पिक व्यवस्थाएं मजबूत होने का दावा कर रहे है।
अगर मांगे पूरी हुई तो आदेश दिखाएं चिकित्सा मंत्री, कल से किसके भरोसे मरीज -
उधर चिकित्सा मंत्री कालीचरण सराफ ने शुक्रवार को बयान दिया था सेवारत चिकित्सकों की सभी मांगों को मान लिया गया है। मंत्री के बयान के बाद सेवारत चिकित्सकों में घमासान मच गया है। सेवारत चिकित्सकों का कहना है कि अगर सेवारत चिकित्सकों की मांगे पूरी हुई हैं तो आदेश की कापी चिकित्सकों को दी जाए।
Published on:
02 Dec 2017 11:42 am
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