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Jaipur House Collapse: ‘पाई-पाई करके जोड़ा था, सब खत्म…’, फूट-फूटकर रो रहे जमींदोज मकान के परिवारजन, 1 समोसे पर निकालना पड़ रहा पूरा दिन

छील का कुआं हादसा: मकान में रहने वालों ने आरोप लगाया कि घटना के बाद उन्होंने खाना नहीं खाया। उन्हें किसी ने एक-एक समोसा दिया था जिसे खाकर जैसे-तैसे दिन बिताया।

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फोटो: पत्रिका

Emotional Story Of Jaipur House Collapse: जयपुर के सुभाष चौक स्थित छील का कुआं में शुक्रवार देर रात जमींदोज हुए चार मंजिला मकान ने कई परिवारों की जिंदगी अस्त-व्यस्त कर दी है। वह जगह जो कभी उनका आश्रय और सुरक्षा थी अब मलबे में तब्दील होकर उनके सामने नए संकट खड़ा कर गई है।

भूखे और परेशान लोग अब रातें रिश्तेदारों और पड़ोसियों के घरों में बिताने को मजबूर हैं जबकि उनका अपना सामान और सुरक्षित रहने की व्यवस्था अब भी अधूरी है। रविवार को निगम कर्मचारियों ने किराएदारों का सामान निकालकर कमरे खाली करवाए।

भूखे रह गए लोग

मकान में रहने वालों ने आरोप लगाया कि घटना के बाद उन्होंने खाना नहीं खाया। उन्हें किसी ने एक-एक समोसा दिया था जिसे खाकर जैसे-तैसे दिन बिताया। इसके बाद सर्व मंगल सेवा समिति के अध्यक्ष रवि नैय्यर ने मौके पर बीस से अधिक लोगों के लिए खाना पहुंचाया और सभी को भोजन कराया।

नगर निगम ने भी की कार्रवाई

मौके पर किशनपोल जोन के अधिकारी भी पहुंचे। उन्होंने बताया कि निगम की ओर से कुछ मजदूर बुलाए गए हैं जो उन कमरों को खाली करवा रहे हैं जो हादसे का शिकार नहीं हुए। फिलहाल केवल गिनती के लोगों को ही घर में प्रवेश दिया जा रहा है।

मौके पर मौजूद सुदीप ने कहा कि हादसे में घायलों की स्थिति स्थिर बनी हुई है। मकान में रहने वाली माया ने प्रशासन से अनुरोध किया कि मलबे में से उनका सामान जल्द से जल्द निकाला जाए ताकि वे लोग कम से कम खाना बनाने का इंतजाम तो कर सकें। सुभाष चौक थाना पुलिस के जवान भी मौके पर तैनात रहे।

अस्पताल में परेशानी

हवामहल विधायक बालमुकुन्दाचार्य मौके पर पहुंचे। मकान में रहने वाले लोगों का आरोप है कि उनके परिवार के सदस्य एसएमएस अस्पताल में उपचाररत हैं लेकिन वहां उनसे पैसे मांगे जा रहे हैं और ठीक से इलाज नहीं हो रहा। इस पर विधायक ने अस्पताल प्रशासन से बात कर उचित इलाज सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।