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एक साल पहले भी डाक सेवक भर्ती में पकड़े गए थे फर्जी अंकतालिका वाले अभ्यर्थी, पुलिस अब तक खाली ‘हाथ’

डाक विभाग ग्रामीण डाक सेवक भर्ती में रोजाना नए खुलासे हो रहे हैं। जहां विभाग मुस्तैद होकर फर्जी अंकतालिका वाले अभ्यर्थियों को पकड़ रहा है और उनके खिलाफ मामला दर्ज करा रहा है। वहीं, दूसरी ओर पुलिस खाली हाथ है।

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एक साल पहले भी डाक सेवक भर्ती में पकड़े गए थे फर्जी अंकतालिका वाले अभ्यर्थी

एक साल पहले भी डाक सेवक भर्ती में पकड़े गए थे फर्जी अंकतालिका वाले अभ्यर्थी

जयपुर। डाक विभाग ग्रामीण डाक सेवक भर्ती में रोजाना नए खुलासे हो रहे हैं। जहां विभाग मुस्तैद होकर फर्जी अंकतालिका वाले अभ्यर्थियों को पकड़ रहा है और उनके खिलाफ मामला दर्ज करा रहा है। वहीं, दूसरी ओर पुलिस खाली हाथ है। जी हां, दरअसल एक साल पहले जयपुर देहात मंडल में 124 पदों पर ग्रामीण डाक सेवक की विज्ञप्ति जारी की गई थी। उस समय भी 10वीं कक्षा की फर्जी मार्कशीट वाले अभ्यर्थी विभाग ने चिन्हित किए और उनके खिलाफ शास्त्री नगर थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया। करीब एक साल बीत जाने के बाद भी पुलिस की जांच आगे नहीं बढ़ी। यही कारण है कि फर्जी अंकतालिकाएं बनाने के साथ ही बनवाने वालों के हौंसले बुलंद हैं।

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इस साल एक बार फिर जयपुर देहात मंडल में 146 पदों पर भर्ती निकली और फिर से फर्जी मार्कशीट वाले अभ्यर्थी पकड़े गए हैं। लेकिन, अभी तक पुलिस की ओर से इस मामले में कोई खुलासा नहीं किया गया है। जयपुर देहात मंडल अधीक्षक डाकघर मोहन सिंह मीना ने बताया कि हमारी ओर से पुलिस को सभी तथ्य दिए गए थे और इस बार भी सभी जानकारियां दी गई है। पुलिस का मामले में त्वरित कार्रवाई करनी चाहिए, ताकि यह फर्जीवाड़े का खेल रूक सके।

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दस्तावेजों की हो रही सघन जांच

इधर, डाक विभाग में ग्रामीण डाक सेवक भर्ती में फर्जी अंकतालिकाओं का मामला सामने आने के बाद अब विभाग की ओर से कड़ा रूख अपनाया जा रहा है। नियुक्ति देने से पहले अभ्यर्थियों के दस्तावेजों की सघन जांच की जा रही है। विभाग के अधिकारियों का कहना है कि इस प्रकरण में पुलिस के साथ मिलकर कड़ी से कड़ी जोड़कर फर्जी मार्कशीट बनाने वाले गिरोह तक पहुंचा जाएगा। दो दिन के अवकाश के बाद सोमवार को जब डाक विभाग का दफ्तर खुलेगा तो उसके बाद मामले में आगे की कार्यवाही की जाएगी।