जयपुरPublished: May 26, 2023 12:53:13 pm
Kirti Verma
राजधानी में हर वर्ष आपराधिक मुकदमों की संख्या बढ़ रही है। वहीं, कई थाने ऐसे भी हैं, जहां पुलिस इंतजार करती है कि कोई तो आए और एफआईआर दर्ज करवाए। वहीं कुछ ऐसे भी थाने हैं, जहां की पुलिस सोचती है कि उनके थानों में एफआईआर का अंबार लग गया...अब कोई पीड़ित नहीं आना चाहिए।
जयपुर. राजधानी में हर वर्ष आपराधिक मुकदमों की संख्या बढ़ रही है। वहीं, कई थाने ऐसे भी हैं, जहां पुलिस इंतजार करती है कि कोई तो आए और एफआईआर दर्ज करवाए। वहीं कुछ ऐसे भी थाने हैं, जहां की पुलिस सोचती है कि उनके थानों में एफआईआर का अंबार लग गया...अब कोई पीड़ित नहीं आना चाहिए। गौर करने वाली बात है कि कम एफआईआर दर्ज होने वाले थाना क्षेत्र में घनी आबादी है। यहां के लोग एक दूसरे की मदद करते हैं, इसके चलते यहां अपराध भी कम होते हैं।