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खेतों में ओलावृष्टि से फसलों में खराबा, प्रशासन ने किया नुकसान का आकलन

किसानों की किस्मत पर ओले

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खेतों में ओलावृष्टि से फसलों में खराबा, प्रशासन ने किया नुकसान का आकलन

खेतों में ओलावृष्टि से फसलों में खराबा, प्रशासन ने किया नुकसान का आकलन

जयपुर. पश्चिमी विक्षोभ के कारण शनिवार को हुई बारिश और ओलावृष्टि से खेतों में सरसो और चने व धनिए की फसल को नुकसान हुआ।
रविवार को राजस्व विभाग के अधिकारियों और मंत्री ने प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर किसानों को मदद का भरोसा दिलाया।
झुंझुनूं. क्षेत्र में रविवार को कृषि और राजस्व विभाग के अधिकारियों ने सर्वे किया। रिपोर्ट के अनुसार नांद का बास, चुड़ैला, सिरियासर खुर्द, मोतीसर, कुमावास व शेखसर में कुल 418 हैक्टेयर में सरसों में 25 से 30, गेहूं, चना, जौ व मैथी मे 15 फीसदी तक नुकसान माना है। जबकि किसानों का कहना है अगेती फसल में 90 फीसदी तक खराबा हुआ है। मंडावा, अलसीसर, मलसीसर, बिसाऊ व झुंझुनूं क्षेत्र के काफी गांवों में ओलावृष्टि होने से फसल में खराबा हुआ है। सर्वे में महज 25-30 फीसदी नुकसान मानकर रिपोर्ट राज्य सरकार को भेज दी गई है।
रविवार को खेतों में फसल नुकसान का सर्वे किया गया है। औसत अगेती फसल में 30 फीसदी तक नुकसान हुआ है। ओलावृष्टि से उत्पादन पर भी असर पड़ेगा।

डा. विजयपाल कस्वां, सहायक निदेशक कृषि विस्तार (झुंझुनूं)
अलवर: 15 से 20 फीसदी नुकसान, किसान बता रहे ज्यादा

अलवर. जिले में ओलावृष्टि से फसलों में बड़े नुकसान की आशंका है। राजस्व व कृषि विभाग के कर्मचारियों की रिपोर्ट के अनुसार जिले में कुछेक जगहों पर केवल 5 से 20 प्रतिशत तक ही खराबा हुआ है। कृषि विभाग के अनुसार प्रारंभिक सर्वे में ओलावृष्टि से जिले में करीब 1500 हैक्टेयर फसल को नुकसान पहुंचने की आशंका है। यह नुकसान औसतन 15 प्रतिशत से 20 प्रतिशत माना गया है।
श्रम राज्य मंत्री ने देखा खराबा

श्रम राज्य मंत्री टीकाराम जूली ने रविवार को ओलावृष्टि से प्रभावित गांवों का दौरा कर फसल खराबे का जायजा लिया। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि ओलावृष्टि से फसलों को हुए नुकसान का आकलन के लिए गिरदावरी कर शीघ्रतिशीघ्र रिपोर्ट प्रस्तुत करें।
कोटा : 10 से 20 फीसदी तक नुकसान

कोटा. हाड़ौती में बारिश और ओलावृष्टि से फसलों को नुकसान हुआ है। ओले गिरने से कुछ क्षेत्रों में चने व धनिए की फसल में 10 से 20 प्रतिशत तक नुकसान हुआ है। कैथून के पास मोरपा गांव में ओलों से गेंहू सरसो और चने की फसल मे नुकसान हुआ है।
झालावाड़: अफीम की फसल में खराबा

झालावाड़ जिले में अफीम की फसल को नुकसान हुआ है। ओलावृष्टि के बाद न तो कृषि विभाग के अधिकारियों ने दौरा किया है और न जनप्रतिनधियों ने जाकर मौका देखा है। उपनिदेशक कृषि विस्तार अतीश कुमार शर्मा ने बताया कि जिन किसानों की फसलों में खराबा हुआ है, वे तुरन्त बीमा कम्पनी को मोबाइल पर जानकारी देने के साथ क्षेत्र के कृषि पर्यवेक्षकों से सम्पर्क करें। कड़ीखेड़ी निवासी लालचन्द मीणा ने बताया कि अफीम की फसल में चीरा लगा था। ऐेसे में फसल का उत्पादन प्रभावित होने के साथ डोडो से निकला हुआ दूध बरसात से खराब हो गया। कई पौधे तेज हवा से मुड़कर टूट गए। अन्य किसानों ने बताया कि अन्य फसलों में भी नुकसान हुआ है। वहीं सुनेल क्षेत्र के कुण्डलाप्रताप,भीमसागर, सोजपुर, मिश्रोली आदि गांवों में धनिया और सरसों, इसबगोल, चने आदि फसलों में आंशिक नुकसान है। कृषि विभाग के उपनिदेशक कैलाश मीणा ने बताया कि जिले में जिन क्षेत्रों में बारिश हुई वहां सर्वे करवाकर नुकसान का आकलन करवाया जाएगा।