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जयपुर में पहली बार ट्रांसप्लांट के लिए हेलीकॉप्टर से लाए गए ऑर्गन, अब जोधपुर हुआ रवाना

राजस्थान सरकार ने पहली बार ऑर्गन ट्रांसप्लांट में हेलीकॉप्टर का इस्तेमाल किया है।

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जयपुर। राजस्थान सरकार ने पहली बार ऑर्गन ट्रांसप्लांट में हेलीकॉप्टर का इस्तेमाल किया है। ताकी सही समय पर ऑर्गन ट्रांसप्लांट हो सके। जयपुर में हेलीकॉप्टर से ऑर्गन ले जाए गए है। आज सुबह करीब साढ़े ग्यारह बजे पहले हेलीकॉप्टर झालावाड़ से जयपुर पहुंचा, फिर यहां से जोधपुर के लिए रवाना हुआ।

एसएमएस मेडिकल कॉलेज से डॉक्टरों की टीम आज सुबह करीब साढ़े आठ बजे हेलीकॉप्टर से झालावाड़ के लिए रवाना हुई। अंग प्रत्यारोपण कार्यक्रम के नोडल अधिकारी डॉ मनीष अग्रवाल ने बताया कि यह टीम झालावाड़ पहुंची। इसके बाद करीब साढ़े दस बजे हेलीकॉप्टर से यह टीम झालावाड़ से रवाना हुई। करीब साढ़े ग्यारह हेलीकॉप्टर जयपुर पहुंचा। जयपुर में एसएमएस मेडिकल कॉलेज के ग्राउंड में हेलीकॉप्टर उतरा। जहां से ग्रीन कोरिडॉर बनाकर एसएमएस हॉस्पिटल तक ऑर्गन पहुंचाए गए।

जयपुर में हार्ट, लंग और एक किडनी को उतारा गया। इसके बाद हेलीकॉप्टर एक किडनी और एक लीवर को लेकर जोधपुर एम्स के लिए रवाना हुआ। झालावाड़ से 4 डॉक्टर की टीम साथ आई है। हेलीकाप्टर से दो बॉक्स जयपुर में उतारे गए है। इसके बाद हेलिकॉप्टर रिफ्यूल किया गया और फिर जोधपुर रवाना हुआ। हेलीकॉप्टर जोधपुर करीब 1.15 मिनट पर पहुंचेगा।

डॉ अग्रवाल ने बताया कि डोनर के परिवार ने उसके दिल, फेफड़े, लीवर और किडनी को दान करने के लिए सहमति दे दी है। दिल, फेफड़े और एक किडनी को एसएमएस अस्पताल में जरूरतमंद मरीजों में प्रत्यारोपित किया जाएगा। जोधपुर एम्स की एक टीम लीवर और एक किडनी लेने के लिए झालावाड़ पहुंची। ये टीम एसएमएस अस्पताल की टीम के साथ हेलीकॉप्टर में जयपुर पहुंची। फिर जयपुर से जोधपुर तक वे लीवर और किडनी को उसी हेलीकॉप्टर से लेकर गए।

झालावाड़ मेडिकल कॉलेज के नोडल अधिकारी (अंग प्रत्यारोपण) डॉ. राम सेवक ने बताया कि डोनर विष्णु 33 वर्षीय व्यक्ति है। जिसे 10 दिसंबर को एक हमले के दौरान सिर में चोट लगी थी। उसे 11 दिसंबर को झालावाड़ मेडिकल कॉलेज के अस्पताल ले जाया गया, जहां उसका ऑपरेशन किया गया, लेकिन वह होश में नहीं आ सका।