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नोटिसों की खानापूर्ति, मौतों के बाद मुनादी

जर्जर मकान गिरने से दो लोगों की मौत के बाद हैरिटेज नगर निगम ने मुनादी शुरू करा दी। इससे पहले पिछले कई माह से हैरिटेज नगर निगम के जोन कार्यालय के अधिकारी और भवन स्वामी नोटिस-नोटिस खेल रहे थे। और चार अगस्त को तीन जर्जर मकानों पर कार्रवाई ‘दिखावे’ तक सीमित रही। किशनपोल ज़ोन में […]

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जयपुर

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Amit Pareek

Sep 07, 2025

जर्जर मकान गिरने से दो लोगों की मौत के बाद हैरिटेज नगर निगम ने मुनादी शुरू करा दी। इससे पहले पिछले कई माह से हैरिटेज नगर निगम के जोन कार्यालय के अधिकारी और भवन स्वामी नोटिस-नोटिस खेल रहे थे। और चार अगस्त को तीन जर्जर मकानों पर कार्रवाई ‘दिखावे’ तक सीमित रही।

किशनपोल ज़ोन में सर्वाधिक 79 जर्जर मकान हैं। इनमें से सिर्फ तीन पर कार्रवाई हुई। बाकी जगहों पर या तो मालिकों ने खुद मरम्मत का दावा किया या कोर्ट में मामला अटका है, लेकिन जमीन पर खतरा जस का तस है।

पैसे नहीं तो जर्जर मकान में रहना मजबूरी

जर्जर मकानों के हिस्सों में लोग रह रहे हैं। मिश्र राजाजी का रास्ता में एक ऐसा मकान मिला जो निगम की जर्जर सूची में शामिल नहीं है। लेकिन, इसमें रहना खतरे से खाली नहीं है। इस मकान में अपने परिवार के साथ रह रहीं पुष्पा व्यास ने बताया कि पैसे नहीं हैं। ऐसे में मकान बनवाने में समय लग रहा है। मकान का एक हिस्सा तो गिर चुका है। बेहद कम हिस्से में हम परिवार के साथ रह रहे हैं। पंचगली में जर्जर मकान पर निगम नोटिस चस्पा कर रहा है, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही।

नाटाणियों की हवेली: आधी-अधूरी कार्रवाई का शिकार

त्रिपोलिया बाजार के नाटाणियों का रास्ता स्थित नाटाणियों की हवेली में चार अगस्त को निगम दस्ते ने कार्रवाई की। देखने के लिए स्वायत्त शासन विभाग के आला अधिकारी भी पहुंचे। इस कार्रवाई के बाद निगम ने 13 अगस्त को पुन: नोटिस जारी कर दिया। इसमें मकान मालिकों से लेकर किराएदारों से कहा गया कि जर्जर भवन को खाली कर दें और किसी भी प्रकार का आवागमन न करें। तीन दिन में भवन को गिराएं। अब यहां मरम्मत के नाम पर खानापूर्ति हो रही है। हवेली के स्वामी निगम को लिखित में दे चुके कि जर्जर हवेली को गिराने की कार्रवाई करें। जो भी सरकारी खर्चा होगा, उसे हम देने को तैयार हैं।

सूची बनाई, लगा दिए चेतावनी बोर्ड

हैरिटेज नगर निगम ने 179 भवनों की सूची तैयार करवाई। ये सभी जर्जर हैं। इनको नोटिस भी जारी किए गए, लेकिन आगे की कार्रवाई होती, उससे पहले अधिकारी इसे भूल गए। हादसे के बाद अधिकारी जागे। जर्जर भवनों की सूची को अपडेट किया गया और मौके पर जाकर चेतावनी भरे बोर्ड लगा दिए।

जोन जर्जर मकान नोटिस दिए ध्वस्त किए

हवामहल 40 40 00

किशनपोल 79 44 03

सविल लाइन्स 24 10 00

आदर्श नगर 35 20 00

-किशनपोल जोन के 32 भवन मालिकों ने मकानों की मरम्मत खुद के स्तर पर कर ली। 44 भूखंडों को पुन: नोटिस जारी कर दिए गए हैं।

-आदर्श नगर जोन में पांच मकानों के मामले कोर्ट में चल रहे हैं। 10 भवन मालिकों ने खुद के स्तर पर मरम्मत कराने की बात कही, लेकिन काम शुरू नहीं करवाया। निगम ने पुन: नोटिस जारी कर दिए।

नोटिस में दो बातें...अमल कोई नहीं करता

जर्जर भवनों को जो नोटिस निगम जारी करता है, उसमें लिखा होता है कि अपने जर्जर भवन की मरम्मत करवा लें या फिर असुरक्षित हिस्से को गिरवा दें। ऐसा नहीं करने पर निगम कार्रवाई करेगा और खर्चा भूखंडस्वामी से वसूल किया जाएगा।

तीन जर्जर मकान निगम ने ध्वस्त किए और तीन लोगों ने अपने स्तर पर तोड़े। जहां घटना हुई, उसकी रिपोर्ट जोन अभियंता से सौंपी है। उसमें लिखा है कि उसकी मरम्मत करवाई जा सकती थी, लेकिन भवनस्वामी ने ऐसा नहीं किया। निजी प्रॉपर्टी में विवाद भी हैं। भवन स्वामी से लेकर किराएदार और कुछेक के मामले कोर्ट में भी चल रहे हैं। ये भवन लोगों की निजी सम्पत्तियां हैं। इनमें से हम जबरन लोगों को निकाल भी नहीं सकते। समझाइश की, लेकिन कोई निगम के सामुदायिक केंद्रों में रहने ही नहीं आया। आदर्श नगर में तीन जर्जर मकानों को नोटिस देने के बाद इनमें रहने वाले लोग लिखकर दे गए कि जाम-माल के लिए जिम्मेदार हम होंगे।

-निधि पटेल, आयुक्त, हैरिटेज नगर निगम