सरकार और यूट्यूब इन फर्जीवाड़ों पर नजर रख रहे हैं, और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी गई है। फर्जी योजनाओं के नाम पर यूट्यूबर्स सनसनीखेज थंबनेल्स और वीडियो बनाते हैं। ये चैनल्स अधिक व्यूज और सब्सक्राइबर्स के चक्कर में भ्रामक जानकारी फैलाते हैं, जिससे उनकी कमाई बढ़ती है। कई बार लोग इन ङ्क्षलक्स पर क्लिक कर निजी जानकारी साझा करते हैं, जिससे साइबर ठगी का शिकार हो जाते हैं।
सरकार फर्जी खबरों पर कड़ी नजर रख रही है। यूट््यूब की कम्युनिटी गाइडलाइंस के तहत भ्रामक कंटेंट, कॉपीराइट उल्लंघन या ठगी से जुड़े चैनल्स को स्ट्राइक दी जा सकती है। तीन स्ट्राइक मिलने पर चैनल हटाया जा सकता है। दर्शक भी ‘रिपोर्ट’ बटन के जरिए ऐसी सामग्री की शिकायत कर सकते हैं। सरकार ने लोगों से अपील की है कि वे ऐसी योजनाओं पर भरोसा न करें और ठगी से बचने के लिए सतर्क रहें।
फर्जी योजनाओं का भंडाफोड़
सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो और थंबनेल्स में दावा किया जा रहा है कि सरकार मेधावी छात्रों को मुफ्त लैपटॉप, बेरोजगार युवाओं को मासिक भत्ता, और आम लोगों को 5-स्टार एसी मुफ्त दे रही है। ये दावे पूरी तरह झूठे हैं। यूट््यूबर्स और इन्फ्लुएंसर इन योजनाओं को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीरों के साथ प्रचारित कर भरोसा जीतने की कोशिश करते हैं। लेकिन पीआईबी ने इन दावों का खंडन करते हुए लोगों से आधिकारिक स्रोतों, जैसे सरकारी वेबसाइट््स, से जानकारी सत्यापित करने की अपील की है।
सुरक्षा के लिए सुझाव
सरकारी योजनाओं की जानकारी वेबसाइट्स से लें। अनजान लिंक पर क्लिक न करें और निजी जानकारी साझा न करें। फर्जी योजनाओं के बारे में परिवार और दोस्तों को बताएं। अनजान लिंक पर क्लिक नहीं करें
किसी भी तरह के अनजान लिंक पर क्लिक नहीं करें। ब‘चों को भी जागरूक कर रहे हैं। यदि कोई फर्जी लिंक या सूचना शेयर करता है तो उस पर कार्रवाई की जा सकती है। सरकार भी अवेयरनैस के लिए हैलो ट्यून लगाती है। किसी के साथ भी कोई साबइर अपराध होता है तो तुरंत 1930 पर संपर्क करें। – सोनचंद वर्मा, एसीपी, साइबर