
जयपुर। केन्द्र सरकार की अमृत-2 परियोजना जयपुर शहर की बढ़ती आबादी के लिए नाकाफी साबित हो रहे पेयजल वितरण तंत्र को बूस्टर डोज देगी। परियोजना के तहत शहर को 1 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा का बजट मिला है। बजट से जयपुर शहर में बिछे पेयजल वितरण तंत्र को मजबूत किया जाएगा जिससे शहर में 24 घंटे पानी की सप्लाई की जा सके। वहीं पंप हाउस भी सौर उर्जा से चलाए जाएंगे जिससे करोड़ों रुपए के बिजली के मासिक बिल का खर्चा कम हो सके।
जयपुर शहर में इस तरह हो सकेगी 24 घंटे पानी की सप्लाई
अभी जयपुर शहर में पेयजल वितरण तंत्र काफी पुराना है। थोडे से प्रेशर से ही कई सालों पुरानी पानी की लाइनें टूट जाती है। अमृत-2 के तहत पूरे शहर की जर्जर हो चुकी पानी की लाइनों को बदला जाएगा। परकोटे की तर्ज पर छोटे छोटे डीएमए बनाए जाएंगे और इनमें पानी सप्लाई के लिए अलग से फीडर होगा। जिससे पूरे 24 घंटें जरूरत के अनुसार पानी की सप्लाई आसानी से की जा सकेगी।
विस्तारित जयपुर को भी मिलेगा पानी
बीसलपुर बांध को चंबल के पानी से भरा जाएगा। इससे जयपुर शहर को मिलने वालेअतिरिक्त् पानी से विस्तारित शहर की लाखों की आबादी को पेयजल मिलेगा। इसके लिए हरमाड़ा,अनोखा गांव,सांगानेर,प्रताप नगर,खो नागोरियान समेत कई क्षेत्रों में वितरण तंत्र को मजबूत किया जाएगा।
पंप हाउस संचालित होंगे सोलर से: अभी जयपुर शहर में पेयजल व्यवस्था के लिए 200 से ज्यादा पंप हाउस हैं। इन पंप हाउस का बिजली का बिल हर महीने करोड़ों रुपए का होता है। इन पपं हाउस पर सोलर सिस्टम लगाए जाएंगे। जिससे बिजली बिल का मोटा खर्चा बच सके।
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ये काम भी होंगे
पूरे शहर की जर्जर पेयजल लाइनें बदली जाएंगी
नए मीटर लगाए जाएंगे
टंकिया और स्वचछ जलाशय बनेंगे
पंप हाउस पर नए पंप और अन्य मशीनरी बदली जाएगी
Published on:
13 Apr 2023 08:57 am
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