
देवेंद्र सिंह राठौड़। रेलवे बोर्ड अब कोटपूतली, सालासर, टोंक, चाकसू को भी रेल नेटवर्क से जोड़ने में जुट गया है। साथ ही जयपुर से चौमूं - सामोद, रींगस - सीकर-लुहारू समेत कई लाइनों के दोहरीकरण की भी तैयारी चल रही है। रेलवे ने इन सुविधाओं के लिए सर्वे शुरू कर दिया है। आगामी रेल बजट में इनको शामिल किया जाना लगभग तय माना जा रहा है।
रेलवे राजस्थान में रेल नेटवर्क को मजबूती देने में जुटा है। इसके तहत रेलवे 862 किलोमीटर में नई लाइनें बिछाएगा। इनके अलावा 1441 किलोमीटर रेल लाइनों का दोहरीकरण किया जाना प्रस्तावित है। रेलवे अधिकारियों ने बताया कि इनके अलावा खातीपुरा (जयपुर), भट्टों की गली, उमरा व लालगढ़ (बीकानेर) में कोच डिपो भी बनाया जाना प्रस्तावित है। हिरनोदा (फुलेरा), धानक्या, बिरधवाल व नवलगढ़ में फ्रेट टर्मिनल बनाने की तैयारी चल रही है।
इनके अतिरिक्त जयपुर में रिंग रोड की तर्ज पर रिंग रेलवे का जाल बिछेगा। इस प्रोजेक्ट को जयपुर ऑर्बिटल रेल कोरिडोर नाम रखा गया है। यह 70 किमी लंबा होगा। उत्तर पश्चिम रेलवे ने इन प्रोजेक्ट का खाका तैयार कर लिया है। पिछले दिनों उत्तर पश्चिम रेलवे के अधिकारियों और मुख्यमंत्री के बीच बैठक हुई थी। इसमें भूमि अवाप्ति की भी मांग की गई थी।
सालासर खाटूश्याम जी के बीच रेल लाइन की मांग कई साल से चल रही है। यहां सालाना लाखों लोगों की आवाजाही होती है। कोटपूतली, टोंक भी रेल नेटवर्क से जुड़ जाएगा। लाइनों के दोहरीकरण से गति मिलेगी। टर्मिनल स्टेशन व फ्रेट टर्मिनल से लोगों को सुविधाएं मिलेंगी। पर्यटन व व्यापार दोनों को पंख लगेंगे।
उत्तर पश्चिम रेलवे के सीपीआरओ कैप्टन शशिकिरण का कहना है कि नए रेलवे प्रोजेक्ट पर सर्वे चल रहा है। उसकी रिपोर्ट बोर्ड को भेजी जाएगी फिर आगे का खाका तैयार होगा।
खाटूश्यामजी - सालासर सुजानगढ़
कोटपूतली डाबला / न्यू डाबला
अजमेर (आदर्श नगर ) - टोंक- चाकसू -बस्सी
अनूपगढ़-बीकानेर
फलौद - नागौर
मंदसौर प्रतापगढ़-बांसवाड़ा पिलानी-लुहारू
बीकानेर बाइपास चूरू बाइपास
डेगाना बाइपास
बांगड़ग्राम बाइपास
बाइपास समदड़ी
बाइपास अलवर-रेवाड़ी सेक्शन से न्यू रेवाड़ी स्टेशन डीएफसी
जयपुर से चौमूं सामोद
जयपुर ऑर्बिटल कॉरिडोर
नारनौल-फुलेरा
उमरा देबारी
लालगढ़ जैसलमेर
राइका बाग- मारवाड़ मथानिया
Published on:
06 Jul 2024 08:02 am
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