
government school
जयपुर। अब स्कूलों में बच्चों को शिक्षा के साथ—साथ ही संस्कार भी सिखाए जाएंगे। इसी क्रम में अब स्कूलों में हर शनिवार को बाल सभाएं होंगी। बाल सभा तो पहले भी होती थी, लेकिन वे सिर्फ खानापूर्ति तक ही सीमित थी। अब विभाग ने बालसभाओं का कलैण्डर जारी कर दिया है। शिक्षा विभाग ने हाल ही सत्र 2018—19 का शिविरा पंचांग जारी किया है। जिसमें इसकी पूरी जानकारी दी गई है। इसके लिए महीने का हर शनिवार तय किया गया है। विद्यालय में प्रत्येक शनिवार को बाल सभा का आयोजन किया जाएगा। बाल सभा में बच्चों को बालसंरक्षण से संबंधित मुददों पर बाल चलचित्र, चित्रकला प्रतियोगिता आदि के माध्यम से बाल अधिकार व बाल संरक्षण के संबंध में जागरूकता उत्पन्न करनी होगी। बाल सभाओं व उत्सवों का रिकार्ड भी स्कूल को रखना होगा।
हर तीसरे शनिवार को प्रवचन
शिविरा पंचांग के अनुसार महीने के हर तीसरे शनिवार को स्कूलों में राष्ट्रीय महत्व के समसामयिक समाचारों की समीक्षा की जाएगी। किसी महापुरुष या फिर स्थानीय संत महात्माओं का उदबोधन भी होगा।
दादी/नानी सुनाएंगी प्रेरक कहानियां
महीने के पहले शनिवार को किसी भी महापुरुष के जीवन पर प्रेरक प्रसंग की जानकारी दी जाएगी। बच्चों को शिक्षा के साथ संस्कारित करने के उददेश्य से शिक्षा विभाग स्कूलों में अब दादी/नानी को भी आमंत्रित करेगा। दादी/नानी स्कूलों में बच्चों को प्रेरक कहानियां सुनाएंगी।
चौथे शनिवार को सद साहित्य और महाकाव्यों पर प्रश्नोत्तरी कार्यक्रम होगा।
स्वैच्छिक श्रमदान भी होगा
महीने के अंतिम शनिवार को समस्त राजकीय विद्यालयों में शिक्षकों और विद्यार्थियों द्वारा एक कालांश में स्वैच्छिक श्रमदान किया जाएगा।
पांचवें शनिवार को नाटक का मंचन होगा और विद्यार्थियों द्वारा राष्ट्र भक्ति गीत का गायन किया जाएगा। यह महीने में पांचवां शनिवार होने पर ही होगा।
अंतिम कालांश के बाद होगी बाल सभा
शनिवारीय कार्यक्रम के तहत बालसभा का आयोजन प्रत्येक शनिवार को होगा। सभी आठ कालांश में से पांच—पांच मिनट कम कर अंतिम कालांश के बाद बाल सभा का आयोजन किया जाएगा।
Published on:
11 Jun 2018 12:08 pm
बड़ी खबरें
View Allजयपुर
राजस्थान न्यूज़
ट्रेंडिंग
