
जयपुर.
दलित अधिकार केन्द्र की ओर से शुक्रवार को जेएलएन मार्ग बापूनगर स्थित विनोबा विहार मंदिर में केन्द्र के मुख्य कार्यकारी पी.एल.मीमरौठ की मौजूदगी में पत्रकार वार्ता में गृहमंत्री गुलाबचंद कटारिया के बारे में कई खुलासे किए गए। वार्ता में राज्य समन्वयक पूजा सिंह ने बताया कि हाल ही में कटारिया ने सार्वजनिक रूप से यह घोषणा की थी कि यदि कोई यह साबित कर दे कि उनके कुर्तें पर दाग है तो वे राजनीति से सन्यास ले लेगें। उनकी यह घोषणा थोथी है, क्योंकि दलितों, गरीबों और महिलाओं के बारे में उनका रवैया न्यायोचित नहीं है। दलितों के अत्याचारों और भेदभाव को रोकने में गृहमंत्री का सीधा हस्तक्षेप कर, उन्हें न्याय और गरिमा से वंचित किया है। गौरतलब है कि दलित अधिकार केन्द्र द्वारा राजस्थान में दलितों और गरीब समुदाय पर होने वाले अत्याचारों के खिलाफ आवाज उठाता आया है।
सियासी गलियारों में खलबली
वार्ता में मीमरौठ ने कहा कि सन् 2011 में मकराना में गृहमंत्री के दामाद ने काम करवाकर दलित ठेकेदार को रकम नहीं दी। जब भी इस मामले में पुलिस को शिकायत की जाती है तो डऱा धमाकर कमजोर वर्ग को भेज दिया जात है। वहीं 2017 में गृहमंत्री ने पोक्सो कैस में आरोपी को बचाने के लिए जांच बदलने के भी आदेश दिए। गृहमंत्री गुलाबचंद कटारिया पर दलित अधिकार केन्द्र के इन आरोपों के बाद सियासी गलियारों में खलबली मच गई है।
शिकायत करने के बावजूद भी न्याय नहीं
केन्द्र की ओर से यह मांग की गई है कि गृहमंत्री नैतिकता के आधार पर अपना त्याग पत्र दे। वहीं विधानसभा में अनुसूचित जाति वेलफेयर कमेटी मे जांच यथावत की जाए। ठेकेदार कमलेश बैरवा का कहना है कि वह आर्थिक तंगी में है पुलिस को शिकायत करने के बावजूद भी न्याय नहीं मिल रहा है।
Published on:
11 Aug 2018 06:11 am
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