शिल्पग्राम में सुबह 11 बजे से रात्रि 10 बजे तक मेले का आयोजन किया जा रहा है। यहां कठपुतली, बहूरूपिया, नट, कच्छी घोड़ी आदि राजस्थानी लोक कलाओं की प्रस्तुतियां आयोजित की जा रही है। यहां रंग चौपाल पर दोपहर 4 बजे से लोक नाटकों की प्रस्तुति हो रही है। शाम पांच से साढ़े छह बजे राजस्थान समेत अन्य राज्यों की सांस्कृतिक प्रस्तुतियों का आयोजन किया जा रहा है। रात्रि साढ़े आठ बजे से गायन सभा में मधुर गीतों का आनंद लिया जा सकता है।
राष्ट्रीय हस्तशिल्प मेले में सजावटी सामान, लकड़ी के फर्नीचर, बच्चों के खिलौने, कारपेट, आभूषण, लोहे से बने बर्तन, डिजाइनर बैग्स, कश्मीर, पंजाब, राजस्थान, पश्चिम बंगाल आदि राज्यों के प्रमुख हैंड प्रिंटेड टेक्सटाइल प्रोडक्ट्स जिनमें साड़ी, शॉल, कुर्तियां, शर्ट यहां शोकेस किए जा रहे हैं। इसी के साथ आंध्र प्रदेश के कलाकारों के वुड प्रोडक्ट्स, स्टोन आर्ट, क्रोशे, ब्लू पॉटरी, मीनाकारी आदि उत्पाद यहां खरीद सकते हैं। दूसरे राज्यों से आए कलाकार भी यहां संस्कृतियों को साझा करते हुए अन्य राज्यों के प्रमुख उत्पादों की खरीद करते दिखाई दे रहे हैं।