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Aaj Ka Rashifal 30 April: कैसा रहेगा आपका दिन बता रहे हैं तीन ज्‍योतिषाचार्य, पढ़ें अभी सिर्फ पत्रिका में

पढ़े तीन ज्‍योतिषियों से राशिफल स‍मेत फैमिली एस्‍ट्रो स्‍पेशल सिर्फ पत्रिका पर  

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आपके सवालों के जवाब फैमिली एस्ट्रो स्पेशल पर

यहां पाएं चार तरह की एस्ट्रो विधाओं के टिप्स
1). अंकगणित
2). टैरो कार्ड
3). वैदिक ज्योतिष (सनसाइन-मूनसाइन)
4). वास्तु शास्‍त्र
यह कॉलम उन पाठकों के लिए है जो ज्योतिष शास्त्र के माध्यम से भविष्य के पूर्वानुमानों में भी रुचि रखते हैं। भविष्य के पूर्वानुमान लगाने की लगभग सभी लोकप्रिय विधाओं को समाहित कर इस क्षेत्र में रुचि रखने वाले पाठकों के लिए यह देश में एक नए तरह की पहल है। जिसमें पाठक ना केवल दिन से जुड़ी सम्भावनाओं की जानकारी लें सकेगें साथ ही भविष्य से जुड़े प्रश्न भेज पूर्वानुमान प्राप्त कर सकेगें।
इस कॉलम में अंकगणित टैरो कार्ड, सनसाइन, वैदिक ज्योतिष एवं मून साइन के अनुसार ग्रह नक्षत्र के समग्र प्रभाव का पूर्वानुमान और संभावना पर लगातार जानकारियों को साझा करेंगे।

ज्योतिषाचार्य: पं. मुकेश भारद्वाज


अंकगणित के अनुसार आज का मूलांक तीन है जो तीन और जीरो के सहयोग से बना है। साथ ही आज का भाग्यंक 5 है।अंक ज्योतिष के लिए लिहाज से आज का दिन व्यवसाय धन प्रबंधन बौद्धिक कार्य कुशलता ज्ञान के संरक्षण और संवर्धन के साथ भाषा और वैज्ञानिक कार्यों के लिए बहुत महत्वपूर्ण रहेगा। वे सभी लोग जो किसी ने किसी बौद्धिक क्रियाशीलता खोज या प्रतियोगिता का हिस्सा है उन्हें प्रकृति से विशेष मदद मिलती हुई दिखाई दे रही है। आज के दिन में शारीरिक श्रम की अपेक्षा बौद्धिक कार्यों के लिए विशेष ऊर्जा उपलब्ध है। मार्केटिंग और व्यापारिक कार्यों में लगे हुए लोग अपेक्षाकृत ज्यादा ऊर्जा से कार्य कर सकेंगे। मूलांक 1, 3, 5, 7, 9 के लोगों के लिए आज का दिन विशेष रह सकता है ब्लैक कलर अवॉइड करना श्रेष्ठ रहेगा।

टैरो कार्ड में आज का कार्ड है द ईमप्रेस के साथ फाईव ऑफ वेंडस है। इसके मायने हैं आज के दिन में जहां दूसरों की केयर भावनात्मक उच्चता बहुत अधिक आपसी समझ और प्रकृति के साथ सही तारतम्य बिठाते हुए अपनी महत्वाकांक्षा और दूसरों के साथ प्रतिस्पर्धा में संघर्ष को एक भावनात्मक मोड़ देते हुए अपनी जीत सुनिश्चित करने के लिए प्रयत्न करने का दिन है। आज के दिन में अपनी भावनाओं और अपने कार्यों के बीच सही संतुलन बैठाना और अपने लक्ष्यों के प्रति सचेत रहना, सूचनाओं का सही उपयोग करना, न ज्यादा भावुकता और न बहुत अधिक प्रैक्टिकल होना, आज के दिन मैं परिणाम पाने के लिए आवश्यक रहेगा। एक तरफ जहां परिवार या परिजनों के साथ संबंधों में बहुत मधुरता और समन्वय की स्थिति आज के दिन के अंदर दिखाई देगी वहीं अपने लक्ष्यों के प्रति बहुत अधिक ऊर्जा और परिणामों को अपने पक्ष में करने के लिए एक जिद या पूरी फोर्स के साथ काम करने की प्रवृत्ति भी आप आज के दिन में देख सकते हैं। लेकिन विजय वही पाएंगे जो इस इमोशन और ऊर्जा को मिलाकर के उपयोग करेंगे क्योंकि आज का दिन एक समन्वय वादी दिन है इसका सही उपयोग करने के लिए भी एक संतुलित व्यवहार की आवश्यकता रहेगी।


सनसाइन के अनुसार आज का दिन अर्थ से जुड़े कार्यों के लिए विशेष सफल रह सकता है। कार्यस्थल पर आपसी समझ के साथ सभी लोग किसी एक खास कार्य को करने के लिए एकजुट हो सकते हैं। प्रारंभिक थोड़ी निराशा के बाद लगातार परिणाम मिलने से सभी लोग उत्साहित होकर के एक उद्देश्य के लिए एकजुट हो सकते हैं। मूलांक में 0 अंक की उपलब्धता होने के कारण हो सकता है की किसी खास वर्ग के मन में थोड़ी निराशा या नकारात्मकता उपलब्ध हो। ऐसी चीजों को सामूहिक सकारात्मकता से ही ठीक किया जा सकेगा कार्यों की गति कम होने के बाद भी आर्थिक रूप से सफल होने के कारण आज का दिन उल्लेखनीय रहने वाला है।

मूनसाइन के अनुसार आज का दिन बहुत सारी आशा और सकारात्मक वार्तालाप के साथ निर्णय पर पहुंचने का दिन हो सकता है। आज के वार्तालाप में जहां एक ओर भावनात्मक रिश्तों में आर्थिक पहलू पर गंभीर विचार-विमर्श हो सकता है, वहीं मन थोड़ी सी निराशा के साथ किसी ऐसी विचार को निर्णय प्रक्रिया में डाल सकता है जो संबंधों के लिए सकारात्मक ना हो। बहुत सावधानी से आज साथी के साथ वार्तालाप में शामिल हों। संभव हो तो भावनात्मक वार्तालाप या आर्थिक वार्तालाप में से एक पर आज की बातचीत पर फोकस रखें। दोनों को सम्मिलित करने पर किसी एक पर नकारात्मक परिणाम आने की संभावना रहेगी।

कैसा रहेगा आपका रिश्ते संबंधों का राशिफल?
रिश्ते संबंधों के लिए यह सप्ताह बहुत अलग-अलग तरह की मनः स्थिति लेकर आया है। सप्ताह का आरंभ आपसी रिश्तो में कठोर सत्य स्पष्ट वार्तालाप और अधिकार वादीता के कारण एक दूसरे के लिए थोड़ा मुश्किलों भरा हो सकता है। लेकिन इसी के साथ आपसी केयर और बॉन्डिंग के साथ जुड़ाव दिखाने से भावनात्मक दूरियां नहीं बढ़ पाएंगी। सप्ताह का मध्य भाग आर्थिक मुद्दों पर एक दूसरे की मदद करने से जुड़ा रह सकता है। सप्ताह के अंत में संबंधों के अंदर हर्ष, उल्लास बहुत सारे भावनात्मक जुड़ाव के साथ यात्रा या किसी आयोजन का हिस्सा होने से रिश्तों में आपसी समझ बढ़ेगी और एक दूसरे का महत्व प्रेम और भावनात्मक गहराई का आकलन करने का अवसर मिलेगा। ऐसे में रिश्ते और अधिक जुड़ाव के साथ आगे बढ़ते हुए दिखाई देंगे वे लोग जिन्हें किसी भी प्रकार की भावनात्मक दूरियां या तनाव महसूस हो रहे हों। उन्हें सप्ताह के अंत तक इंतजार करना चाहिए और प्रकृति द्वारा प्रदत्त इस उच्च स्तरीय भावनात्मक जुड़ाव के अवसर का उपयोग अपने संबंधों को बेहतर बनाने के लिए करना चाहिए। ऐसी स्थिति जब सूर्य और चंद्रमा अपनी अपनी ऊर्जा से संबंधों में मिठास और दृढ़ता देना चाहते हों इसका सही उपयोग जो लोग करेंगे अपने संबंधों को स्थाई और मधुर बना पाएंगे।


आपका सवाल

प्रश्न:भगवान को गुड़ और घिसा हुआ नारियल चढ़ाने में क्या विज्ञान है?

उत्तर:भगवान को गुड़ और नारियल का प्रसाद लगाने के पीछे का वैज्ञानिक महत्व यह है यह है कि नारियल को प्रकृति की रचना के आरंभिक तत्वों में से एक (ब्रह्मा विष्णु महेश) तीनों तरह की ऊर्जा को समाहित किए हुए माना जाता है। वहीं गुड़ को प्रकृति में अग्नि तत्व यानी शक्ति का प्रतीक माना जाता है। ऐसे में किसी भी प्रकार के मीठे को नारियल के साथ अगर अग्नि तत्व के माध्यम से या सीधे ही ईश्वर को वायु तत्व के माध्यम से समर्पित करते हैं तो यह दोनों प्रकार की ऊर्जा के मिलन का संकेत माना जाता है। जहां सूक्ष्म जगत और लौकिक जगत एक साथ आ जाते हैं। वैसे भी प्रसाद उन चीजों का लगाया जाता है जो तुरंत शक्ति वर्धक होते हैं। जहां नारियल आपकी बौद्धिक क्षमता, दक्षता और विविधता के साथ ऊर्जा देता है वहीं गुड़ उसके पाचन मैं सहायक होते हुए तुरंत शारीरिक ऊर्जा प्रदान करता है। ऐसे में जब हम गुड़ और नारियल का प्रसाद लगाते हैं और ईश्वर को अर्पित करते हैं तो हम अलौकिक और लौकिक दोनों शक्तियों के बीच सामंजस्य और संतुलन तो बिठाते ही हैं, साथ में प्रसाद के रूप में उसे ग्रहण करने पर अपनी शारीरिक और मानसिक शक्ति का विकास भी करते हैं।

आज का दैनिक राशिफल ज्यो पं चंदन श्याम नारायाण व्यास पंचांगकर्ता के साथ

मेष- जो लोग दूसरे के लिए मांगते हैं उन्हें कभी अपने लिए नहीं मांगना पड़ता। माता के स्वास्थय की चिंता रहेगी। किसी के बहकाने से सपने सम्बन्ध तोड़ने से बचें। पैर में चोट लग सकती है। समाज में नाम होगा।

वृषभ- जिन लोगों का सहयोग आप ने किया था आज वे ही आप से मुंह फेर रहे हैं। बीमारी में दवाई असर नहीं करेगी। बेहतर होगा अपना डॉक्टर बदलें। या किसी योग्य व्यक्ति से सलाह लें। नए भवन में जाने के योग हैं।

मिथुन- अपने स्वभाव में परिवर्तन लाना बहुत जरूरी है। कार्यस्थल पर योजना लाभप्रद रहेगी। पड़ोसियों की मदद करनी पड़ सकती है। क्रोध की अधिकता से परिजन ना खुश होंगे। शेयर बाजार में निवेश से लाभ होगा।

कर्क- किसी के बहकावे में आप बहुत जल्द आ जाते हैं। समय रहते जरूरी कार्य पूरे करें। निजी जीवन में दूसरों को प्रवेश न दें। पिता के व्यवहार से मन मुटाव होगा। जीवन शैली में परिवर्तन के योग हैं। पुरानी दुश्मनी के चलते विवाद संभव है।

सिंह- सोचे कार्य समय पर होने से मन प्रसन्न रहेगा। अपने वाक् चातुर्य से सभी काम आसानी से करवा लेंगे। कार्यस्थल पर अपनी अलग पहचान स्थापित करेंगे। प्रेम प्रसंग के चलते मन उदास होगा।

कन्या- आप की कार्य क्षमता में वृद्धि होगी। जीवन शेली में आय परिवर्तन से खुश होगे। आजीविका के नए स्त्रोत्र स्थापित होगे। पारिवारिक सोहार्द बना रहेगा। मांगलिक समारोह में सक्रिय भूमिका रहेगी।

तुला- अपने हिसाब से जिन्दगी जिना पसंद रहेगे। जो लोग आप के कार्यों की सराहना करते थे वे आप का विरोध करेंगे। भवन भूमि के विवादों का अंत होगा। पिता के व्यवसाय में रूचि कम रहेगी।

वृश्चिक- समय रहते अपने कार्य पूर्ण करें। पारिवारिक लोगों का सहयोग न मिलने से कार्य प्रभावित होंगे। घर में वास्तु अनुरूप परिवर्तन करें तो पारिवारिक तनाव ख़त्म होगा। फैक्ट्री में प्रवेश द्वार पर पंचमुखी हनुमान की तस्वीर लगाएं चमत्कारिक लाभ होगा।

धनु- व्यस्तता के कारण सेहत को न भूलें। अपने जीवन साथी से नम्रता से बात करें। आपकी दोनों की वार्तालाब में स्नेह झलके न की बनावटी बाते करें। वाणी में मधुर रहें। यात्रा के योग हैं।

मकर- सेहत को नजरअंदाज न करें। आनावाश्य्क किसी को परेशान करना अच्छी बात नही है। मेहमानों की खातिरदारी करना पड़ेगी। अपने संपर्को से रुकें कार्य पूरे होंगे। बहनों के विवाह की चिंता रहेगी।

कुम्भ- जल्दबाजी में किए फैसलों से भारी नुकसान हो सकता है। परिवार में आप की बातों को सुना जाएगा। धार्मिक कार्यक्रमों में सहभागिता होगी। जीवन साथी के स्वास्थय में सुधार होगा। परीक्षा परिणाम अनुकूल होगा।

मीन- समय से पहले और भाग्य से ज्यादा किसी को नहीं मिलता। अपनी बारी का इंजतार करें। संतान के सहयोग से कार्य पूरे होंगे। नए लोगो से संपर्क बनेगा जो भविष्य में लाभ दयाक रहेगा। वाहन सुख संभव है।

ग्रह-नक्षत्र ज्योतिर्विद: पंडित घनश्यामलाल स्वर्णकार के साथ

शुभ वि. सं: 2080
संवत्सर का नाम: पिङ्गल
शाके सम्वत: 1945
हिजरी सम्वत: 1444
मु. मास: सव्वाल-09
अयन: उत्तरायण
ऋ तु: ग्रीष्म
मास: वैशाख
पक्ष: शुक्ल


श्रेष्ठ चौघडि़ए: आज प्रात: 7-31 बजे से दोपहर 12-24 बजे तक क्रमश्: चर, लाभ व अमृत तथा दोपहर बाद 02-02 बजे से अपराह्न 3-39 बजे तक शुभ के श्रेष्ठ चौघडि़ए हैं एवं दोपहर 11-58 बजे से दोपहर 12-50 तक अभिजित नामक श्रेष्ठ मुहूर्त हैं, जो आवश्यक शुभकार्यारम्भ के लिए अत्युत्तम हैं।


तिथि: दशमी पूर्णा संज्ञक तिथि रात्रि 8-29 बजे तक, तदन्तर एकादशी नन्दा संज्ञक तिथि है। दशमी व एकादशी तिथियों में समस्त, शुभ व मांगलिक कार्य, विवाह, जनेऊ, प्रतिष्ठा, पौष्टिक, गृहाराम्भ, गृह-प्रवेश, यात्रा, व्यापार-व्यवसायारम्भ, अलंकार व व्रतोपवास आदि कार्य शुभ व सिद्ध होते हैं।

नक्षत्र: मघा ‘‘उग्र व अधोमुख’’ संज्ञक नक्षत्र अपराह्न 3-30 बजे तक, तदुपरान्त पूर्वा फाल्गुन ‘‘उग्र व अधोमुख’’ संज्ञक नक्षत्र है। मघा नक्षत्र में पैतृक कार्य, विवाह, वृक्ष-बीजादि रोपण, कुआं-तालाब और पूर्वा फाल्गुनी नक्षत्र में बन्धन, कठिन, साहसी व कूट-कपट के कार्य सिद्ध होते हैं।

योग: वृद्धि नामक नैसर्गिक शुभ योग पूर्वाह्न 11-15 बजे तक, तदुपरान्त ध्रुव नामक नैसर्गिक शुभ योग है।

विशिष्ट योग: यमघंट नामक अशुभ योग सूर्योदय से अपराह्न 3-30 बजे तक है। यमघंट नामक योग में विशेष रूप से यज्ञादि नहीं करना चाहिए, पर आज सम्पूर्ण दिवारात्रि रवियोग नामक शक्तिशाली दोष समूह नाशक शुभ योग है।'

करण: तैतिल नामकरण प्रात: 7-26 बजे तक, तदुपरान्त गर-वणिजादिक करण है।

व्रतोत्सव: गुरु उदय पूर्व में प्रात: 7-30 बजे पर, अगस्त्य अस्त प्रात: 10-08 बजे से, श्री महावीर स्वामी केवल्य ज्ञान (जैन) तथा गंडमूल अपराह्न 3-30 बजे तक व महापात अंतरात 4-25 बजे तक।

चन्द्रमा: चंद्रमा सम्पूर्ण दिवारात्रि सिंह राशि में है।

दिशाशूल: रविवार को पश्चिम दिशा की यात्रा में दिशाशूल रहता है। चन्द्र स्थिति के अनुसार आज पूर्व दिशा की यात्रा लाभदायक व शुभप्रद है।
राहुकाल (मध्यममान से): सायं 4-30 बजे से सायं 6-00 बजे तक राहुकाल वेला में शुभकार्यारम्भ यथासंभव वर्जित रखना हितकर है।
सोमवार-01, मई: मोहिनी एकादशी व्रत सबका, श्री हित हरिवंश महाप्रभु जयन्ती, लक्ष्मी नारायण एकादशी (उड़ीसा) तथा विश्व मजदूर दिवस है।
मंगलवार-02, मई: परशुराम द्वादशी, राधा रुक्मिणी द्वादशी, गुरु अर्जुन देव जयन्ती (नवीन मत से)
बुधवार-03, मई: प्रदोष व्रत, ग्रीष्मोत्सव प्रारम्भ, तीन दिन का माऊंट आबू (राज.) गुरु का बाल्यत्व समाप्त प्रात: 7-30 बजे से।
गुरुवार-04,मई: छिन्नमस्ता जयन्ती, श्री नृसिंह जयन्ती व व्रत, श्री आद्य शंकराचार्य कैलाश गमन तथा गुरु अमरदास जयन्ती (प्रा.म. से)।
शुक्रवार-05,मई: सत्य पूर्णिमा व्रत, वैशाखी पूर्णिमा, बुद्ध पूर्णिमा व जयन्ती, पीपल पूनम (स्वयं सिद्ध अबूझ मुहूर्त), वैशाख स्नान समाप्त, मेला देवयानि सांभर (राज.), यम-धर्मराज पीत्यर्थ जल-कुम्भ, दान, ग्रीष्मोत्सव समाप्त माऊंट आबू (राज.) गंधेश्वरी पूजा (बं.), श्री कूर्म जयन्ती माद्य चन्द्र ग्रहण, इसके निमित कोई सूत· आदि की आवश्यकता नहीं है।
शनिवार-06,मई: श्री नारद जयन्ती तथा व्यतिपात पुण्यं।
रविवार-07, मई: श्री रवीन्द्र नाथ टैगोर जयन्ती तथा गंड मूल प्रारम्भ रात्रि 8-21 बजे से।


शुभ कार्यारम्भ मुहूर्त

शुभ मुहूर्त: उपर्युक्त शुभाशुभ समय, तिथि, वार, नक्षत्र व योगानुसार आज किसी शुभ व मांगलिक कार्यादि के शुभ व शुद्ध मुहूर्त नहीं हैं।
सोमवार-01,मई: प्रसूतिस्नान उत्तराफाल्गुनी एकादशी में।
मंगलवार-02, मई: विवाह, हल प्रवहण व प्रसूतिस्नान हस्त में।
बुधवार-03, मई: देव प्रतिष्ठा, विवाह, जडूला, चूड़ा, कूपारम्भ, कर्णवेध, पद ग्रहण, नामकरण, अन्नप्राशन, विपणि-व्यापारारम्भ, हलप्रवहण, गृहारम्भ, द्विरागमन, वाहनादि क्रय करना, मशीनरी प्रारम्भ, जलवा आदि सभी हस्त नक्षत्र में विवाह चित्रा में (कात्यायनोक्त)
गुरुवार-04, मई: विवाह चित्रा में (मृत्यु बाण दोष) स्वाति में (केतु युति व भद्रा दोष)।
शुक्रवार-05,मई: पीपल पूनम (स्वयं सिद्ध अबूझ मुहूर्त भी), विपणि-व्यापारारम्भ, वाहनादि क्रय करना, कर्ण-वेध, सगाई-रोका, रामसर जलाशय प्रा., अन्नप्राशन, नामकरण, गृह-प्रवेश, मशीनरी प्रा., प्रसूतिस्नान, जलवा, विवाह (अति आवश्यकता में केतु युति व भद्रा मृत्यु बाण दोष) आदि सभी स्वाति नक्षत्र में।
शनिवार-06, मई: विवाह अ.आ. में (सूर्य वेध दोष) अनुराधा में, गृह-प्रवेश अ.आ. में विशाखा में (नक्षत्र त्याज्य)।
रविवार-07, मई: शल्य चिकित्सा, कूपारम्भ, जलाशय रामसर प्रतिष्ठा, विवाह अ.आ. में (सूर्य वेध परिघाद्र्ध दोष), उपनयन, प्रसूति स्नान व विद्यारम्भ आदि के यथाआवश्यक अनुराधा नक्षत्र में शुभ मुहूर्त है।

वारकृत्य कार्य: रविवार को सामान्यत: स्थिर संज्ञक कार्य, राज्याभिषेक, पद ग्रहण, ललित कला सीखना, यान यात्रा, पशु क्रय ,करना, धातु कार्य औषध व जड़ी-बूटी संग्रह करना व उनका प्रयोग, न्यायिक चर्चा, राजनीतिक चर्चा, शिक्षा-दीक्षा, लेना-देना और यज्ञादि मन्त्रोपदेश आदि कार्य शुभ व सिद्ध होते हैं।

आज जन्म लेने वाले बच्चे

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आज जन्म लेने वाले बच्चों के नाम (मू, मे, मो, टा, टी) आदि अक्षरों पर रखे जा सकते हैं। इनकी जन्म राशि सिंह है। इनका जन्म रजतपाद से व इनकी राशि के स्वामी सूर्य देव है। सामान्यत: ये जातक धनवान, खुशहाल, माता-पिता की सेवा करने वाले, व्यवहार कुशल, अच्छे व्यापारी, स्वाभिमानी, प्रशासनिक क्षमता वाले, सभी प्रकार के भौतिक सुख-सुविधाओं के भोक्ता और साहसी होते है। इनका भाग्योदय 25 वर्ष की आयु के बाद प्राय: होता है। सिंह राशि पर शनि की दृष्टि है। व्यापार-व्यवसाय में कुछ रुकावट, स्वास्थ्य में शिथिलन और मानसिक, अस्थिरता रहेगी।