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आईएएस ने की पहल तो सुरक्षा जैकेट में नजर आने लगे सफाईकर्मी, धरातल पर भी असर

Heritage Nagar Nigam Jaipur: हैरिटेज नगर निगम ने स्वच्छता सर्वेक्षण को लेकर तैयारी तेज कर दी है। सफाई व्यवस्था में लगे अफसरों के साथ सफाईकर्मी सुरक्षा जैकेट में नजर आने लगे है। निगम आयुक्त अभिषेक सुराणा ने खुद जैकेट पहन मॉनिटरिंग करने निकले।

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आईएएस ने की पहल तो सुरक्षा जैकेट में नजर आने लगे सफाईकर्मी, धरातल पर भी असर

आईएएस ने की पहल तो सुरक्षा जैकेट में नजर आने लगे सफाईकर्मी, धरातल पर भी असर

जयपुर। हैरिटेज नगर निगम ने स्वच्छता सर्वेक्षण को लेकर तैयारी तेज कर दी है। सफाई व्यवस्था में लगे अफसरों के साथ सफाईकर्मी अब सुरक्षा जैकेट में नजर आने लगे है। निगम आयुक्त अभिषेक सुराणा ने खुद जैकेट पहन सफाई व्यवस्था की मॉनिटरिंग करने निकले तो अफसर और सफाईकर्मी भी सुरक्षा जैकेट में नजर आने लगे है। इसके साथ ही सफाई कर्मचारियों के पास आईडी कार्ड भी नजर आने लगा है। अब सफाई व्यवस्था को बेहतर करने के लिए अब निगम प्रशासन ने लोगों के साथ एनजीओ, व्यापार संगठनों को जोड़ना शुरू कर दिया है।

निगम आयुक्त ने सफाई व्यवस्था को बेहतर करने के लिए सबसे पहले सफाई कर्मचारियों के कार्ड और जैकेट पहनना अनिवार्य किया। खुद निगम आयुक्त ने नगर निगम कार्ड और जैकेट पहनकर फील्ड में उतरे। सफाई की मॉनिटरिंग में लगे अफसरों को भी जैकेट पहनना अनिवार्य किया तो इसका सकारात्मक परीणाम सामने आने लगा है। वहीं सफाई कर्मचारियों की बॉयोमेट्रिक मशीन से उपस्थिति दर्ज करने के साथ अनुपस्थित रहने वाले कर्मचारियों को नोटिस देना शुरू किया तो फील्ड में कर्मचारी नजर आने लग गए है। इसका असर रहा कि शहर में सफाई व्यवस्था भी नजर आने लगी है।

कचरा डिपो बने परेशानी
सफाई पर सख्ती करने के बाद अब शहर में जगह—जगह बने कचरा डिपो निगम प्रशासन के लिए परेशानी बनते जा रहे है। निगम आयुक्त ने कचरा डिपो खत्म करने को लेकर अफसरों को निर्देश जारी भी किए, लेकिन इसका अभी सकारात्मक परिणाम धरातल पर नजर नहीं आ रहा है। शहर में मुख्य बाजारों के साथ सड़कों पर अभी भी कचरा डिपो बने हुए है।

अब जनता का लेंगे सहयोग
नगर निगम प्रशासन ने सफाई को सबसे बड़ा मुद्दा मानते हुए पूरा फोकस शहर में सफाई व्यवस्था को बेहतर करने में लगा दिया है। निगम आयुक्त ने जोन सहित मुख्यालय के सभी अधिकारियों को सुबह 8 से 11 बजे तक 3-3 घंटे प्रतिदिन सफाई कार्य की मॉनिटरिंग की जिम्मेदारी दे रखी है। अब अधिकारी व कर्मचारियों ने सुबह—सुबह डोर—डू—डोर जाकर लोगों से सूखा व गीला कचरा अलग—अलग करने की अपील करना शुरू कर दिया है। इसके साथ ही सफाई रखने में सहयोग करने के लिए सफझाइश भी शुरू कर दी है। वहीं लायन्स क्लब, एनजीओ, रोटरी, मोहल्ला समितियों, व्यापारिक संगठनों को इस कार्य में जोड़ना शुरू कर दिया है।

हूपर के 3—3 फेरे किए अनिवार्य
डोर—टू—डोर कचरा संग्रहण में लगे हूपर के प्रतिदिन 3—3 फेरे अनिवार्य कर दिए है। इसके साथ ही हूपर व डंपर पर तैनात कर्मचारियों की जियो टेगिंग लोकेशन भेजना अनिवार्य कर दिया गया है।

सफाई हम सब की जिम्मेदारी
हैरिटेज निगम आयुक्त अभिषेक सुराणा का कहना है कि सफाई व्यवस्था को बेहतर करना हम सब की जिम्मेदारी है। सफाई कर्मचारियों के साथ हूपर व डंपर पर तैनात कर्मचारी भी जैकेट व आईडी कार्ड पहनेंगे। जो कर्मचारी अनुपस्थित रहेगा, उन्हें नोटिस मिलेगा और वेतन रोका जाएगा। जनता भी घरों में गीला व सुखा कचरा अलग—अलग एकत्र करें।

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ग्रेटर निगम में भी किया अनिवार्य, पर असर नहीं
ग्रेटर नगर निगम आयुक्त रुक्मणि रियाड़ ने भी सभी सफाई कर्मचारियों के जैकेट पहनना अनिवार्य कर रखा है, लेकिन धरातल पर इसका असर नजर नहीं आ रहा है। सफाई कर्मचारी अभी जैकेट नहीं पहन रहे है।