
Monsoon 2024 Update: इस महीने के अंतिम सप्ताह तक गर्मी से राहत के आसार है। प्री मानसून की बारिश के पहले बने चक्रवाती परिसंचरण तंत्र से राजस्थान में कई जगह पर मौसम बदल गया। दिनभर बादलों और नम हवाओं के बीच तापमान में बढ़ोतरी पर काफी हद तक ब्रेक लग गया है। मौसम विभाग के अनुसार आगामी दिनों में बादल छाने और बूंदाबांदी के आसार है लेकिन भीषण गर्मी और उमस से जून के अंतिम सप्ताह में राहत मिलने के आसार है।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने राजस्थान समेत देशभर में इस बार अच्छी मानसूनी बारिश की भविष्यवाणी की है। विभाग के मुताबिक़ मानसून के अंतिम चरण अगस्त और सितंबर में सामान्य से अधिक बारिश हो सकती है। यह स्थिति ला नीना विकसित होने के कारण हो सकती हैं। आइएमडी की साइंटिस्ट डॉ. सोमा सेन रॉय का कहना है कि ला नीना शुरू हो चुका है, लेकिन इससे सीधे तौर पर अच्छी बारिश का आंकलन नहीं किया जा सकता। भारत में इस बार 104% बारिश की संभावना है। मौसम केन्द्र निदेशक राधेश्याम शर्मा के अनुसार राज्य में 20 जून से प्री-मानसून की गतिविधियां बढ़ जाएंगी। पूर्वी राजस्थान में सामान्य से अधिक बारिश होगी।
देश में आधे हिस्से में मानसून पहुंच गया है लेकिन राजस्थान में अभी नहीं पहुंचा है। वहीं आज यानी 15 जून को उत्तर- पश्चिमी राजस्थान में तापमान अधिक रह सकता है।
सीकर में शुक्रवार सुबह बादल छाए और नम हवाएं चलने से गर्मी से कुछ राहत रही। दोपहर में तेज धूप के बावजूद नमी बढ़ने से तापमान में गिरावट आई। शाम को हवाएं चलने से मौसम सुहाना रहा। फतेहपुर में अधिकतम तापमान डिग्री 42.5 डिग्री व न्यूनतम तापमान 31 डिग्री और सीकर में अधिकतम तापमान 41 डिग्री व न्यूनतम तापमान 30 डिग्री दर्ज किया गया।
जयपुर ग्रामीण क्षेत्र में चंदवाजी के आसपास अंधड़ के साथ बारिश हुई। अंधड़ में कई जगह पेड़ उखड़ गए तथा कई जगह टीन शेड उड़ गए। लाम्या मेवाल में एक दीवार गिर गई जिसके नीचे दबने से दो भैंसों की मौत हो गई। विद्युत पोल उखड़ने से क्षेत्र में बिजली आपूर्ति ठप रही। सुंदरपुरा में टीन शेड उड़ गए। वहीं लखेर में पुराने स्कूल के पास बरगद का पेड़ धराशायी हो गया। पावटा कस्बे में गुरुवार शाम हुई आधे घंटे की बारिश ने पालिका प्रशासन के कार्यों की पोल खोल कर रख दी। बरसात का पानी सड़कों पर इकट्ठा हो गया। निकासी नहीं होने से सड़कें लबालब हो गईं।
मौसम विशेषज्ञों ने कहा कि इस साल अल नीनो के कारण भारत में भीषण गर्मी पड़ी। देश के कई हिस्सों में 18 दिन तक लू चली और अधिकतम तापमान 51 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। इससे कई लोगों की मौतें हुईं और पानी का संकट गंभीर हो गया।
Updated on:
25 Oct 2024 12:03 pm
Published on:
15 Jun 2024 09:00 am
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