जयपुर. गैंगस्टर लॉरेंस विश्रोई ने पूछताछ में कई खुलासे किए हैं। जवाहर सर्कल थाने में एडिशनल डीसीपी रामसिंह शेखावत, एसीपी चिरंजीलाल मीणा, खलील अहमद और निरीक्षक सुरेन्द्र सैनी व चन्द्रप्रकाश बुधवार शाम 7 बजे से देर रात 3 बजे तक और फिर गुरुवार सुबह 8 बजे से रात तक गैंगस्टर लॉरेंस विश्नोई से पूछताछ करने में जुटे थे। सूत्रों के मुताबिक गैंगस्टर लॉरेंस ने बताया कि गैंग स्लीपर सैल की तर्ज पर काम करती है। उसकी सूचना पर जयपुर से एक दर्जन पुलिस टीम अन्य जिलों में भेजी है। जबकि आधा दर्जन जिलों की पुलिस को गैंग से जुड़े बदमाशों पर कार्रवाई करने के लिए सूचना दी है। गैंगस्टर ने वांटेड गोल्डी बराड़ के कनाड़ा में होने की जानकारी दी, वहीं वांटेड रोहित गोदारा व रितिक बॉक्सर के संबंध में जानकारी होने से अनभिज्ञता जताई। लॉरेंस से देश-विदेश के बदमाशों से संपर्क के साथ राजस्थान में छिपे बदमाशों के संबंध में पूछताछ की जा रही है। उधर, यह भी सामने आया है कि लॉरेंस गैंग पंजाब मॉड्यूल राजधानी में भी खड़ा करने के प्रयास में जुटी थी। लेकिन पुलिस की सख्ती के चलते गैंग जयपुर में पैर नहीं पसार सकी। गैंग पंजाब में बिजनस मैन से रंगदारी वसूलती है, जबकि शराब माफिया, भूमाफिया, क्लब संचालक सहित अन्य अवैध गतिविधियां संचालित करने वालों को संरक्षण देकर पार्टनशिप में काम कर रही है। गैंग राजस्थान के गंगानगर, बीकानेर, चूरू, झुंझुनूं व सीकर में अवैध गतिविधियां संचालित करने वाले कई माफिया से मंथली वसूल रही है। वहीं बिजनसमैन को धमकी देकर रंगदारी वसूलने का काम कर रही है। सीकर में राजू ठेहट की हत्या की जिम्मेदारी लेने के बाद जयपुर में भी पैर जमाने के प्रयास में रसूखदारों को रंगदारी के लिए धमकी दे रही थी। लेकिन समय रहते पुलिस ने जयपुर में गैंग के गुर्गों पर शिकंजा कस दिया। उधर, जवाहर सर्कल थाना पुलिस ने गिरफ्तार गैंगस्टर लॉरेंस विश्नोई को वीडियो कांफ्रेंस के जरिए न्यायाधीश के समक्ष पेश किया, जहां से उसे 7 दिन के पुलिस रिमांड पर सौंपा है।