
जयपुर. राजस्थान में बदमाशों के खिलाफ चलाए गए ऑपरेशन लंगड़ा में घायल हुए तुलसीराम प्रजापत की एसएमएस अस्पताल में रविवार देर रात को मौत हो गई। मृतक के परिजन का आरोप है कि पुलिस कस्टडी में युवक के साथ मारपीट की गई, जिसके चलते उसके गंभीर चोट लगी। युवक को अलवर से जयपुर एसएमएस अस्पताल में रैफर किया गया। यहां पैर काटने के बाद भी उसकी जान नहीं बचाई जा सकी।
पुलिस ने बताया कि कोटपुतली के हरसोरा स्थित मोरोडी निवासी रामनिवास गुर्जर पर 21 अगस्त 2023 को बाइक सवार दो बदमाशों ने फायर कर दिया। गोली लगने से रामनिवास गंभीर घायल हो गया। घटना के कुछ घंटे बाद ही गोली मारने के मामले में तुलसीराम व रोशनलाल को पकड़ा गया था। रिमांड के बाद दोनों आरोपियों को 23 अगस्त को कोर्ट में पेश किया, जहां से उन्हें जेल भेज देने के आदेश हुए। इस दौरान तुलसीराम की तबीयत बिगडऩे पर अलवर अस्पताल में भर्ती करवाया, लेकिन वहां से जयपुर रैफर कर दिया। परिजन का आरोप है कि तुलसीराम जयपुर एसएमएस अस्पताल में भर्ती रहने के दौरान चल नहीं सकता था। उसका एक पैर इंफेक्शन के चलते काट दिया गया। कोमा में था, फिर भी अस्पताल के वार्ड में बैड पर उसे हथकड़ी लगाकर रखा गया था।
1 सितम्बर को पैर काटने के लिए कहा, 6 सितम्बर को सूचना दी
परिजन का आरोप है कि पुलिस की मारपीट में तुलसीराम के पैर में गंभीर चोट लगी। पैर में इंफेक्शन होने से 1 सितम्बर को चिकित्सकों ने पैर काटने के लिए कहा। लेकिन पुलिस ने परिजन को इसकी सूचना नहीं दी। परिजन को 6 सितम्बर को सूचना देकर पैर काटने की स्वीकृति ली। एसएमएस अस्पताल में तुलसीराम का पैर काट दिया गया, लेकिन उसकी तबीयत सही नहीं हुई। उसने रविवार रात को दम तोड़ दिया। तुलसीराम के भाई नरसीराम ने सोमवार को मारपीट करने वाले पुलिसकर्मियों के खिलाफ शिकायत दी। मजिस्ट्रेट मामले की जांच कर रहे हैं।
Published on:
11 Sept 2023 08:57 pm
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