29 दिसंबर 2025,

सोमवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

EID से पहले भरतपुर में बवाल, इंटरनेट बंद, पूरे जिले की पुलिस सड़कों पर, नेशनल हाइवे जाम, प्रदर्शनकारियों पर आंसू गैस दागी..

शुक्रवार देर शाम से प्रदर्धन पर बैठे समाज ने देर रात आते आते बवाल शुरू कर दिया और हाइवे और पटरियों को जाम कर दिया।

2 min read
Google source verification
resarvation_news_photo_2023-04-22_09-11-43.jpg

Mali samaj

जयपुर
Rajasthan News राजस्थान के भरतपुर जिले से बड़ी खबर है। भरतपुर समेत पूरे राजस्थान, पूरे भारत में आज ईद मनाई जा रही है। लेकिन राजस्थान मं ईद से कुछ घंटों पहले हंगामे के आसार हो गए हैं। आरक्षण की मांग को लेकर माली समाज प्रदर्शन पर उतरा आया है। शुक्रवार देर शाम से प्रदर्धन पर बैठे समाज ने देर रात आते आते बवाल शुरू कर दिया और हाइवे को जाम कर दिया।

कई ट्रेनों के रूट बदलने की खबरें हैं और इस बीच माहौल को खराब होने से बचाने के लिए भरतपुर के बई बड़े इलाकों में इंटरनेट बंद कर दिया गया है। शुक्रवार देर रात बारह बजे से शनिवार देर रात बारह बजे तक के लिए इंटरनेट बंद कर दिया गया है। जरुरत पडने पर इसे और आगे बढ़ाने की भी संभावना है। इस बीच पूरे जिले की अस्सी फीसदी से ज्यादा पुलिस प्रदर्शनकारियों के सामने तैनात है ।

दरअसल भरतपुर में आगरा - जयपुर नेशनल हाईवे 21 शुक्रवार शाम आठ बजे से जाम है। 12 परसेंट आरक्षण की मांग को लेकर माली, सैनी, कुशवाह, मौर्य समाज के लोगों ने अरोदा और बेरी गांव के बीच हाईवे को जाम कर दिया। रातभर लोग हाईवे पर पत्थर डालकर लाठियां लिए बैठे रहे। देर रात संभागीय आयुक्त सांवर मल वर्मा ने शुक्रवार रात 12 बजे से शनिवार रात 12 बजे तक 24 घंटे के लिए इंटरनेट बंद करने के आदेश जारी कर दिए।

आदेश के बाद नदबई, वैर और भुसावर में मोबाइल इंटरनेट बंद हो गया है। हाईवे पर अरोदा, हंतरा और बेरी गांवों से गुजर रहे हाईवे पर जगह जगह आंदोलनकारी पत्थर और पूलियां , फसल के गट्‌ठर, डाल दिए और लाठियां लेकर हाईवे पर नारेबाजी करते रहे। जाम के कारण भारी वाहनों को पुलिस ने उच्चैन तिराहे से डायवर्छ किया है और छोटे वाहनों को अन्य समानांतर रूट्स से निकाला जा रहा है।

अलग अलग समाज से जुड़े नेताओं और पदाधिकारियों का कहना है कि कई साल से आरक्षण मांग रहे हैं जो कि हमारा हक है, लेकिन सरकार हर बार कुछ न कुछ बहाना बनाकर पिछा छुड़ा लेती है। लेकिन इस बार ऐसा नहीं होगा, अब आर और पार की लड़ाई होगी। जैसे और जातियों को आरक्षण दिया गया है उसी तरह से बची हुई जातियों को भी आरक्षण देना ही होगा।