पूछताछ में गिरफ्तार आरोपियों ने बताया कि छह दिन तक डेयरी कैश कलेक्शन एजेंट राजेश सैनी की रैकी की और फिर 11 जनवरी को वारदात को अंजाम दिया। वारदात के लिए आरोपी साहिल, गणेश, रजत, प्रदीप चारों प्रताप नगर सेक्टर 10 की सड़क पर रॉन्ग साइड खड़े हो गए। कमल टिंकर और समीर दोनों बाइक लेकर घटना स्थल के नजदीक वाली गली में खड़े हो गए, ताकि जरूरत पडऩे पर तुरंत साथियों की मदद करने पहुंच जाए। जबकि आरोपी भरत टेकवानी ने डेयरी बूथ से राजेश के रवाना होते ही वॉट्सऐप कॉल कर साथियों को उसकी पल-पल की जानकारी दी। बाइक पर आए राजेश को कार सवार चारों आरोपियों ने टक्कर मार गिरा दिया और रकम लूटकर भाग गए। कमल, साहिल और पवन के खिलाफ पहले भी आपराधिक मामले दर्ज हैं।
वारदात में डकैतों की कार भी क्षतिग्रस्त हो गई थी। पुलिस ने आस-पास के कई किलोमीटर क्षेत्र में कार रिपेयरिंग करने वालों की तस्दीक जुटाई। तब सामने आया कि वाटिका के पास श्रीजी मोटर गैराज में क्षतिग्रस्त कार रिपेयरिंग के लिए पहुंची है। पड़ताल में सामने आया कि आरोपियों ने साथी ललित मिश्रा की मदद से कार को गैराज में पहुंचाया था और लूट की रकम बांटकर भाग निकले थे। बाद में तकनीकी टीम के हैड कांस्टेबल प्रद्युमन शर्मा, सूरज और किशन की मदद से डकैतों को पकड़ा गया। कुल 20 पुलिसकर्मियों की टीम ने आरोपियों को पकडऩे में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।