
प्रकाश चंद्र जोशी। फोटो: पत्रिका
जयपुर। पश्चिमी अफ्रीकी देश माली के बमाको शहर स्थित डायमंड सीमेंट फैक्ट्री में नौकरी करने गए जयपुर के वैशाली नगर निवासी प्रकाश चंद्र जोशी (61) का आंतकियों ने एक जुलाई को अपहरण कर लिया। घरवालों का कहना है कि विदेश मंत्रालय से एक बार सूचना आने के बाद उनका दुबारा सम्पर्क नहीं हुआ है। हम चाहते हैं कि एक बार विदेश मंत्रालय की तरफ से हमें अपनी बात रखने का मौका मिले और हमारी मदद हो जाए।
प्रकाश चन्द्र की बेटी चित्रा ने बताया कि 30 जून को पापा से बात हुई थी। उस समय वहां नेटवर्क की समस्या थी और बारिश ज्यादा हो रही थी। 1 जुलाई को जब वह ऑफिस के पास घर में थे उसी दौरान आंतकी उन्हें और दो अन्य को गाड़ी में अगवा कर ले गए।
जोशी की बेटी ने राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री से लेकर विदेश मंत्री, भारतीय दूतावास, राजस्थान सीएमओ सहित कई अन्य को टैग करते हुए गुहार लगाई है कि उनके पिता को जल्द से जल्द तलाश किया जाए। बेटी चित्रा ने बताया कि हम पापा के लिए बहुत परेशान हैं और ऐसे समय में हमारी उम्मीदें भारत सरकार से है। परिवार ने सांसद राव राजेन्द्र सिंह और हनुमान बेनीवाल से भी गुहार लगाई।
एक जुलाई को 100 सशस्त्र आंतकवादियों ने डायमंड फैक्ट्री परिसर और उसके आस-पास की प्रवासी आवासीय कॉलोनी में जबरन घुसकर अंधाधुंध गोलाबारी शुरू की। आस-पास खड़े वाहनों को आग लगा दी। कंपनी के जनरल मैनेजर प्रकाश चन्द्र जोशी और दो सर्विस इंजीनियरों का अपहरण कर लिया। आग लगने से उनके ही नहीं कई और लोगों के भी पासपोर्ट और जरूरी दस्तावेज जलकर राख हो गए।
बेटी चित्रा ने बताया कि पापा जिस डायमंड सीमेंट फैक्ट्री में जनरल मैनेजर थे वहां लगातार मेल किए तो एक ही जवाब आता है कि आतंकी हमसे बात नहीं कर रहे हैं और न ही किसी तरह की डिमांड कर रहे हैं। कंपनी को आतंकियों ने एक फोटो भेजा जिसमें वह पेड़ के नीचे जमीन पर बैठे हुए दिखाई दे रहे है।
प्रकाश की पत्नी सुमन का कहना है कि विदेश मंत्रालय से हम लगातार सम्पर्क करने का प्रयास कर रहे हैं। हम चाहते हैं कि वह हमारी बात सुनें और हमारी मदद करे। हम दिल्ली जाने को भी तैयार हैं।
Published on:
14 Jul 2025 06:59 am
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