रेलवे की ‘राजस्थान’ को बड़ी सौगात… इस मार्ग पर दौड़ेंगी एक दर्जन नई ट्रेन
आरोह की बहन अपूर्वा ने बताया कि उनके पिता थाईलैंड में नौकरी करते थे और वे चाहते थे कि आरोह को अच्छी शिक्षा मिले। इसलिए आरोह की प्रारंभिक शिक्षा जयपुर में ही हुई है। अपूर्वा का कहना है कि आरोह का अब भी जयपुर से विशेष लगाव है। जब भी वो भारत आते हैं तो जयपुर जरूर आते हैं। यूएसए में बच्चों को पढ़ाने के बाद वो रिसर्च पेपर लिखते और उसके बाद उन्होंने नासा में अपने प्रोजेक्ट भेजना शुरू किया।