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जयपुर में कैंसर का कहर: सांगानेर एरिया में महिलाएं सबसे ज्यादा प्रभावित, क्या जहरीली सब्जियां हैं वजह?

जयपुर में एक निजी कैंसर अस्पताल ने रिपोर्ट जारी की है। रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि कैंसर मामले में जयपुर सबसे अधिक प्रभावित है। सांगानेर इलाके में पुरुषों से दोगुनी महिलाएं कैंसर से पीड़ित मिलीं।

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जयपुर

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Arvind Rao

Sep 12, 2025

Jaipur Tops in Cancer Cases

Jaipur Tops in Cancer Cases (Patrika File Photo)

Jaipur News: राजधानी जयपुर के सांगानेर क्षेत्र में महिलाओं के लिए प्रदूषित पानी और जहरीली सब्जियां कैंसर का खतरा बन गई हैं। निजी कैंसर अस्पताल की हाल ही में जारी रिपोर्ट ने चिंताजनक स्थिति को उजागर किया है।


रिपोर्ट में कहा गया कि सांगानेर इलाके में महिलाओं में कैंसर के मामले पुरुषों की तुलना में कहीं अधिक दर्ज किए जा रहे हैं। प्रदेश में कैंसर मामलों में जयपुर सबसे अधिक प्रभावित है। साल 2020 से 2024 के बीच राजस्थान के विभिन्न हिस्सों से आए 14,512 कैंसर रोगियों का डेटा एकत्र कर इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च को भेजा गया।


शरीर के इन हिस्सों में सबसे ज्यादा कैंसर


सर्वाधिक कैंसर मामलों में होंठ, मुखगुहा और गला 31.55 प्रतिशत, पाचन अंग 14.90, स्तन कैंसर 12.17, श्वसन अंग 11 और महिला जननांग कैंसर 8.19 प्रतिशत है। इसमें हर तीन मरीजों में औसतन दो पुरुष और एक महिला रही। सांगानेर से रिपोर्ट हुए 23 मरीजों में से 15 महिलाएं और केवल 8 पुरुष थे। यानी महिलाओं में कैंसर के मामले पुरुषों से लगभग दोगुना हैं।


जल प्रदूषण भी गंभीर समस्या


सांगानेर की यह स्थिति गंभीर जल प्रदूषण से जुड़ी है। सांगानेर के कपड़ा उद्योगों से निकलने वाले जहरीले रसायन सतही जल स्रोतों में मिल रहे हैं। यही पानी आसपास की जमीनों में सब्जियों की खेती में इस्तेमाल किया जा रहा है। इन रसायनों में कैंसर उत्पन्न करने वाले तत्व और हार्मोन बाधक मौजूद हैं। जो महिलाओं में हार्मोनल संतुलन बिगाड़ते हैं।


महिलाओं पर ज्यादा असर क्यों


अस्पताल के क्लीनिकल निदेशक डॉ. एसजी काबरा ने बताया कि महिलाओं का शरीर प्रजनन आयु के दौरान हार्मोन-संवेदनशील अंगों थायरॉइड, स्तन, अंडाशय और गर्भाशय से जुड़ा होता है। इनमें असामान्य वृद्धि का खतरा ज्यादा रहता है।
साथ ही महिलाओं के शरीर में वसा ऊतक अधिक होने से जहरीले तत्व लंबे समय तक टिके रहते हैं। यही वजह है कि सांगानेर की महिलाएं पुरुषों की तुलना में कैंसर की अधिक शिकार हो रही हैं।