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बीआरटीएस कॉरिडोर जनता के लिए बना संकट, जाम और हादसों से लोगों को परेशानी

Rajasthan News : राजधानी में सार्वजनिक परिवहन को बढ़ावा देने और आम लोगों का सफर आसान करने के लिए बनाया गया बस रैपिड ट्रांजिट सिस्टम (बीआरटीएस) कॉरिडोर परेशानी का सबब बन गया है।

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Jaipur News : राजधानी में सार्वजनिक परिवहन को बढ़ावा देने और आम लोगों का सफर आसान करने के लिए बनाया गया बस रैपिड ट्रांजिट सिस्टम (बीआरटीएस) कॉरिडोर परेशानी का सबब बन गया है। बीआरटीएस कॉरिडोर का सही तरीके से संचालन नहीं होने से आए दिन हादसे हो रहे हैं। वाहन चालक रॉन्ग साइड चल रहे हैं। वहीं, बसें भी कई बार दो-दो घंटे की देरी से आ रहीं हैं। ऐसे में बीआरटीएस कॉरिडोर खाली रहता है। स्थानीय लोगों को सड़क पार करने के लिए लंबा रास्ता तय करना पड़ता है। इन परेशानियों के चलते लोग बीआरटीएस को हटाने की मांग करने लगे हैं।



इक्का दुक्का बस ही नजर आईं
मानसरोवर में 200 फीट से प्रधान वाटिका तक, 200 फीट से पुरानी चुंगी अजमेर रोड, सीकर रोड चौमूं पुलिया से 14 नम्बर तक बीआरटीएस बनाया गया है। मानसरोवर क्षेत्र में पत्रिका संवाददाता ने दो घंटे से ज्यादा समय गुजारा। इस दौरान इक्का दुक्का बस ही आईं, जबकि कॉरिडोर में दुपहिया वाहन और कारें तेज गति से दौड़ रही थीं। बस स्टॉप पर यात्रियों के बैठने के लिए जो कुर्सियां लगाई गई हैं वे धूल खा रही हैं।

इसलिए बनाया था
बीआरटीएस बनाने के पीछे मकसद था कि लोग निजी वाहनों की बजाय बीआरटीएस कॉरिडोर में चलने वाली बसों में सफर करें। इससे सड़कों पर यातायात का दबाव कम होने से जाम नहीं लगेगा और समय भी बचेगा। साथ ही सड़क दुर्घटना में भी कमी आएगी। यह प्रोजेक्ट धरातल पर तो उतरा, लेकिन सही तरीके से संचालन नहीं करने से अब यह समस्या बन गया है।



कट दूर-दूर... बार-बार जाम
मानसरोवर में भृगुपथ चौराहे से प्रधान वाटिका तक मैरिज गार्डन अधिक संख्या में हैं। इस कारण लोगों का आवागमन भी खूब होता है। कट दूर-दूर होने की वजह से अधिकतर लोग रॉन्ग साइड से ही निकलते हैं। इस कारण बार-बार जाम लगता है।

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क्लेम भी नहीं मिलता
बीआरटीएस कॉरिडोर में बस और एंबुलेंस के अलावा किसी को भी वाहन चलाने की अनुमति नहीं है। उसके बाद भी कार, ऑटो रिक्शा चल रहे हैं। बीआरटीएस कॉरिडोर में होने वाले हादसों में क्लेम भी नहीं मिलता है।



कॉरिडोर हटाकर चौड़ी बने सड़क
मानसरोवर रजत पथ में रहने वाली करीना ने बताया कि बीआरटीएस कॉरिडोर हटाकर चौड़ी सड़क बना दी जाए। इससे न केवल लोगों का सफर आसान होगा, बल्कि जाम की समस्या से भी निजात मिलेगी।



परेशानी पैदा कर रहा है बीआरटीएस
प्रियंका ने बताया कि बीआरटीएस कॉरिडोर में बसें समय पर नहीं आ रहीं हैं। अगर इस कॉरिडोर को हटा दिया जाए तो रोजाना कई किलोमीटर तक लगने वाले जाम से निजात मिलेगी।