ऊर्जा मंत्रालय ने 13वीं वार्षिक समन्वित रेटिंग और रैंकिंग जारी की, जिसमें जयपुर डिस्कॉम न सिर्फ पिछड़ गया, बल्कि बी ग्रेड से फिसलकर बी माइनस पर पहुंच गया।
राजस्थान में बिजली कटौती हो, मीटर जल जाए या बिलिंग में गड़बड़ी हो…जयपुर डिस्कॉम हर हाल में ‘सर्विस चार्ज’ वसूलना नहीं भूलता। लेकिन जब बात खुद की रिपोर्ट कार्ड की आती है, तो वो पांच महीने तक डेस्क की दराज में छिपा बैठा रहता है। ऊर्जा मंत्रालय ने 13वीं वार्षिक समन्वित रेटिंग और रैंकिंग जारी की, जिसमें जयपुर डिस्कॉम न सिर्फ पिछड़ गया, बल्कि बी ग्रेड से फिसलकर बी माइनस पर पहुंच गया।
दरअसल वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए ऊर्जा मंत्रालय द्वारा जारी 13वीं वार्षिक समन्वित रेटिंग और रैंकिंग रिपोर्ट में जयपुर डिस्कॉम को देशभर में 31वीं रैंक मिली है। रिपोर्ट के अनुसार, डिस्कॉम की कार्यप्रणाली बिलिंग दक्षता, वसूली, बिजली आपूर्ति में हानि और डूबत खाते जैसे कई पैमानों पर औसत से नीचे रही। गौरतलब है कि यह रिपोर्ट फरवरी 2025 में ही तैयार कर दी गई थी, लेकिन इसे सार्वजनिक करने में पांच महीने की देरी हुई।
जयपुर डिस्कॉम की ओर से उपभोक्ताओं से सर्विस लाइन और जले हुए मीटर बदलने के नाम पर हर माह फिक्स चार्ज वसूला जा रहा है, लेकिन एफआरटी (फील्ड रिस्पॉन्स टीम) के कर्मचारी मौके पर जाकर सेवा के बदले अतिरिक्त पैसे मांग रहे हैं। टोंक रोड स्थित महावीर नगर के मकान नंबर 9/6 निवासी अरविंद ने बताया कि मंगलवार तड़के उनके घर की बिजली गुल हो गई। कॉल सेंटर पर शिकायत दर्ज कराई गई, लेकिन कुछ देर बाद उसे रद्द कर दिया गया।
दुबारा शिकायत करने पर एफआरटी मौके पर पहुंची। एफआरटी कर्मियों ने कहा कि सर्विस केबल खराब है, इसे बाजार से खरीदना होगा और लगवाने के लिए 900 रुपए चार्ज देना होगा। जब मामला डिस्कॉम के दुर्गापुरा सहायक अभियंता धर्मेन्द्र तक पहुंचा, तो उन्होंने एफआरटी टीम को फटकार लगाई और बिना किसी शुल्क के उपभोक्ता के घर जाकर बिजली आपूर्ति बहाल कराई।
वित्तीय वर्ष 2022-23 में जयपुर डिस्कॉम को ‘बी’ ग्रेड मिला था, जो अब घटकर ‘ बी माइनस ’ हो गया है। यानी न केवल रैंकिंग में गिरावट आई है, बल्कि ग्रेड भी डाउनग्रेड हो गया है। देशभर की 63 वितरण कंपनियों में से 32 को A, A और B ग्रेड मिले हैं। वहीं, 21 कंपनियों ने ग्रेड में सुधार किया है और 29 कंपनियां सुधार की दिशा में हैं। जयपुर डिस्कॉम इनमें शामिल नहीं हो सका।
रिपोर्ट में जयपुर डिस्कॉम को बिलिंग दक्षता के 5 में से महज 0.9 अंक मिले। साफ है कि खरीदी गई कुल बिजली का 84.23त्न ही राजस्व के रूप में वसूला जा सका। रिपोर्ट पर प्रतिक्रिया जानने के लिए ऊर्जा मंत्री हीरालाल नागर को फोन और मैसेज से संपर्क किया गया, लेकिन उनकी ओर से कोई जवाब नहीं मिला। वहीं, जयपुर डिस्कॉम की एमडी आरती डोगरा ने बुधवार को रिपोर्ट पर जानकारी देने की बात कही है।
| पैमाना | कुल प्राप्त अंक | अंक |
| बिलिंग दक्षता | 5 | 0.9 |
| स्वतंत्र निदेशक | 1 | 0 |
| डूबत रकम | 10 | 0 |
| रकम वसूली दक्षता | 5 | 2.5 |
| उत्पादन-प्रसारण की उधारी | 10 | 6 |
| बिजली वितरण नुकसान | 2 | 1.5 |
| राज्य अनुदान पर निर्भरता | 4 | 1.5 |