
फाइल फोटो पत्रिका
Jal Jeevan Mission Scam : जलदाय विभाग में जयपुर समेत 5 जिलों में बिना काम श्रीश्याम व गणपति टयूबवैल कंपनी को 50 करोड़ रुपए का भुगतान करने वाले इंजीनियरों को बचाने का खेल सीधेतौर शुरू हो गया है। मुख्यालय से फील्ड इंजीनियरों को दिए गए नोटिस और फील्ड इंजीनियरों की ओर से भेजे गए आरोप पत्रों की कार्मिक विभाग के मापदंडों के हिसाब से जांच हुई तो कारण बताओ नोटिस के आरोप और आरोप पत्रों के तय आरोपों में जमीन-आसमान का अंतर सामने आया और चहेते इंजीनियरों को क्लीन चिट देकर बचाने का खेल आला अफसरों के सामने आ गया।
अलवर अतिरिक्त मुख्य अभियंता की ओर से 11 कनिष्ठ अभियंता से लेकर अधिशासी अभियंताओं के आरोप पत्रों की जांच में यह खेल सामने आया है। अब अलवर अतिरिक्त मुख्य अभियंता के खिलाफ कार्रवाई की तैयारी की जा रही है।
पत्रिका में इस मामले में 12 मई को जांच की कछुआ चाल,,,16 आरोप पत्र ही पहुंचे शीर्षक से समाचार प्रकाशित किया था। जिसमें बताया गया था कि नोटिस और फील्ड इंजीनियरों की ओर से भेजे गए आरोप पत्रों को ऐसे तैयार किया गया जिससे आसानी से क्लीन चिट मिल जाए।
इस मामले में जांच तेज गति से चल रही है और दोषी इंजीनियरों के खिलाफ जल्द कार्रवाई होगी। लेकिन आरोप पत्र देने की प्रक्रिया का कई बार परीक्षण होता है और कमियों के आधार पर सुधार भी किया जाता है। एनसीआर अलवर के 11 इंजीनियरों के आरोप पत्र से जुड़े मामले में सभी कमियों को दूर किया है। सोमवार को सभी आरोप पत्र फिर से उच्च अधिकारियों को भेजे जाएंगे।
अजय सिंह राठौड, मुख्य अभियंता जल जीवन मिशन
1- राजेश कुमार मीणा
2- रामजीत मीना
3- विकास मीना
1- अनुकृति सिहाग
2- अनिल कुमार वर्मा
3- युवराज कुमार सैनी
कनिष्ठ अभियंता : संजीव कुमार वर्मा, शक्ति सिंह, गौरी मीणा, प्रकाश चन्द मीणा, योगेश कुमार।
Published on:
02 Jun 2025 07:42 am
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