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Jaipur : कोविड के बाद इस बार फिर छाएगा गोविंददेवजी के श्रीकृष्ण जन्म का उल्लास

Janmashtami Festival Jaipur Govinddevji Temple जयपुर। कोविड के बाद इस बार फिर शहर के आराध्य गोविंदेदवजी मंदिर में श्रीकृष्ण जन्मोत्सव का उल्लास छाएगा।

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Jaipur : कोविड के बाद इस बार फिर छाएगा गोविंददेवजी के श्रीकृष्ण जन्म का उल्लास

Jaipur : कोविड के बाद इस बार फिर छाएगा गोविंददेवजी के श्रीकृष्ण जन्म का उल्लास

Janmashtami Festival Jaipur Govinddevji Temple जयपुर। कोविड के बाद इस बार फिर शहर के आराध्य गोविंदेदवजी मंदिर में श्रीकृष्ण जन्मोत्सव का उल्लास छाएगा। मंदिर में 4 अगस्त से श्रीकृष्ण जन्माष्टमी महोत्सव शुरू होगा। इसकी शुरुआत अष्ट प्रहर हरिनाम संकीर्तन के साथ होगी। 19 अगस्त को श्रीकृष्ण जन्माष्टमी मनाई जाएगी, इस दिन तड़के 4.30 बजे मंगला आरती होगी, वहीं रात 12 बजे तिथि पूजन और जन्माभिषेक होगा। वहीं 20 अगस्त को नंदोत्सव का आयोजन होगा। इस बीच मंदिर में रोजाना भजन—कीर्तन व सत्संग का आयोजन होगा।

मंदिर महंत अंजन कुमार गोस्वामी ने बताया कि मंदिरश्री गोविंददेवजी में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी महोत्सव का आयोजन होगा। महोत्सव की शुरुआत 4 अगस्त को बंगाली संकीर्तन मंडल की ओर से सुबह अष्ट प्रहर हरिनाम संकीर्तन किया जाएगा। इसके दूसरे दिन गिरिराज परिक्रमा मंडल की ओर से भजन व कीर्तन किया जाएगा। मंदिर में 12 अगस्त तक रोजाना सुबह और शाम को अलग—अलग मंडल की ओर से भजन व कीर्तन किया जाएगा। मुख्य आयोजन 19 अगस्त को श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर होगा। इस दिन तड़के 4.30 बजे मंगला आरती होगी। धूप आरती सुबह 7.30 बजे होगी। इस दिन रात्रि 12 बजे से 12.30 बजे तक तिथि पूजन और जन्माभिषेक के आयोजन होंगे। इसके अगले दिन नंदोत्सव का आयोजन होगा। नंदोत्सव सुबह शृंगार झांकी के दौरान सुबह 9.15 बजे से सुबह 10 बजे तक मनाया जाएगा।

गोविंददेवजी के जन्माष्टमी पर झांकियों का समय
झांकी — समय
मंगला आरती — सुबह 4.30 बजे से 6.45 बजे तक
धूप आरती — सुबह 7.30 बजे से 9.30 बजे तक
शृंगार आरती — सुबह 9.45 बजे से 11.30 बजे तक
राजभोग आरती — मध्यान्ह 11.45 बजे से 1.30 बजे तक
ग्वाल आरती — शाम 4 बजे से 6.30 बजे तक
संध्या आरती — शाम 6.45 बजे से रात 8.30 बजे तक
शयन आरती — रात 9.15 बजे से 10.30 बजे तक
तिथि पूजन व अभिषेक — मध्यरात्रि 12 बजे से 12.30 बजे तक