जयपुर. पहले निर्माणकर्ता ने शून्य सेटबैक पर अवैध निर्माण किया, जिसे जेडीए ने सील कर दिया। इसके बाद भी निर्माणकर्ता ने सील तोड़ दी और 18 में से 17 फ्लैटों में परिवारों का अवैध रूप से गृह प्रवेश करवा दिया। अब जेडीए ने इस मामले में रामनगरिया थाना में प्राथमिकी दर्ज करवाई है। मामला जगतपुरा की ऑरियंटल आर्केड कॉलोनी का है। जेडीए की ओर से दर्ज कराई प्राथमिकी में निर्माणकर्ता विजय प्रकाश और उनके बेटे आशीष शर्मा को नामजद किया है।
प्रवर्तन शाखा ने अवैध इमारत पर तैनात गार्ड चंद्र प्रकाश की भूमिका को भी संदिग्ध माना है और उसे जेडीए से हटाने और भविष्य में कभी यहां न रखने के लिए भी जेडीसी को पत्र लिखा है।
दरअसल, जेडीए ट्रिब्यूनल ने जेडीए को इस इमारत की सील खोलने के आदेश दिए थे। जेडीए इस मामले में पुन: अपील की प्रक्रिया कर रहा था। इसी दौरान निर्माणकर्ता ने अपने स्तर पर सील तोड़ दी।
ये है मामला
कॉलोनी की भूखंड संख्या 34 (378.01 वर्ग गज) में निर्माणकर्ता विजय प्रकाश ने शून्य सेटबैक पर पांच मंजिला निर्माण कर लिया था। 14 अगस्त, 2021 को जेडीए ने नोटिस जारी कर अवैध निर्माण हटाने को कहा। तय समय में अवैध निर्माण नहीं हटाने पर 27 अगस्त को इमारत के प्रवेश और निकास द्वार पर ईंटों की दीवार खड़ी कर सील लगा दी। प्राथमिकी में लिखा है कि निर्माणकर्ता ने खुद ही ईंटों की दीवार हटा दी और अवैध रूप से 17 फ्लैटों में परिवार शिफ्ट करवा दिए। सील लगाने के दौरान उपयोग में ली गईं तीन हजार ईंटे भी गायब कर दी गईं। अपराध करने वालों को गिरफ्तार किया जाए और ईंटों की बरामदगी की जाए।
ये रह रहे फ्लैट में
निर्माणकर्ता के अलावा प्राथमिकी में देवकरण, राहुल मिश्रा, वीपी सिंह, प्रियंका आहुजा, अंकित सागर, सुधीर तिवाड़ी, संदीप सिंह, अजय कुमार के नाम शामिल हैं। वहीं अन्य नौ फ्लैटों में रहने वाले लोगों का भी प्राथमिकी में जिक्र किया गया है।
अपने स्तर पर हटाई सील
जेडीए ट्रिब्यूनल के आदेश के बाद निर्माणकर्ता ने अपने स्तर पर ईंटों की दीवार को हटा दिया। बिल्डिंग पर तैनात निजी गार्ड से मिलीभगत कर 18 में से 17 फ्लैटों में अवैध रूप से गृह प्रवेश करवा दिया। निर्माणकर्ता, फ्लैट खरीदने वालों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करवाई है।
-रघुवीर सैनी, मुख्य नियंत्रक, जेडीए