जेडीए के ‘निशाने’ पर गोनेर रोड, ‘दहशत’ में लोगों ने खुद हटाए निर्माण
गोनेर रोड पर पुजारियों का मोहल्ला में जेडीए का नोटिस मिलने के बाद लोगों ने खुद ही 40 फुट सीमा में आ रहे अपने निर्माणों को रविवार को हटाना शुरू कर दिया।
गोनेर रोड पर पुजारियों का मोहल्ला में जेडीए का नोटिस मिलने के बाद लोगों ने खुद ही 40 फुट सीमा में आ रहे अपने निर्माणों को रविवार को हटाना शुरू कर दिया। जेसीबी व मजदूर मंगवाकर लोगों ने इस सड़क सीमा में आ रहे कमरों के हिस्से व छतों से पट्टियां हटवा दी।
लोगों का कहना था कि जेडीए ने 4 महीने पहले इस रोड को खोदकर छोड़ दिया और अब त्योहार व मेले के अवसर पर तोडफ़ोड़ करने पर आमादा है। बच्चों की बोर्ड परीक्षाएं चल रही हैं, तीन दिन से लाइट व पानी नहीं आ रहे हैं, लेकिन यह बात सुनने को कोई तैयार नहीं है।
जेडीए कार्र्यवाई पर उठने लगे सवाल
गोनेर रोड पर जेडीए की कार्रवाई को लेकर सवाल उठने लगे हैं। ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि रसूखदार लोगों और सामाजिक संगठनों के अतिक्रमणों को बचाने के लिए जेडीए हेरिटेज की मूल कार्य योजना में बदलाव कर भेदभावपूर्ण कार्रवाई कर रहा है।
स्थानीय निवासियों का कहना है कि आठ महीने पहले जेडीए ने तालाब की पाल वाली मुख्य सड़क को 80 फुट करने के लिए सैकड़ों वर्ष पुरानी तालाब की पाल व पंचायत भवन तक को गिरा दिया, लेकिन सड़क के दोनों ओर धर्मशालाओं व रसूखदारों के निजी अतिक्रमण को बचाने के लिए प्रस्तावित योजना में परिवर्तन कर सड़क को 40 से 60 फुट तक ही कर दिया।
पुजारी परिवार ने चेतावनी दी है जेडीए जब तक इन अतिक्रमणकारियों के नाजायज कब्जों को नहीं हटाएगा तब तक जेडीए को न तो मोहल्ले में घुसने दिया जाएगा और न ही कार्रवाई करने दिया जाएगा।
लोगों ने आरोप लगाए कि शिव बावड़ी के पास सिवाय चक सरकारी जमीन पर कुछ लोगों ने नाजायज कब्जा कर रखा है, लेकिन इसे जेडीए अनदेखा कर रहा है। शिव मन्दिर व बावड़ी के बहाने जेडीए अतिक्रमणकारियों को नाजायज रूप से लाभ पहुंचा रहा है।