राजापार्क निवासी पूजा बैरवा ने बताया कि एक दोस्त का बर्थडे था, तो वह अपने दोस्तों के साथ उसे सरप्राइज देने के लिए बाइक पर सी-स्कीम जा रहे थे। त्रिमूर्ति चौराहे पर पहुंचे तो देखा वहां एक्सीडेंट हुआ था। हमारा ध्यान बाइक की तरफ नहीं गया। सबसे पहले कार के पास गई, तो कार चालक घबरा रहा था, तभी नजर बाइक सवार घायलों पर पड़ी, तो दोस्त राहुल के साथ वहां गई। वहां से गुजर रही एम्बुलेंस को रूकवाया और हादसा देख एक ऑटो भी रूक गया। वैभव को ऑटो में एक राहगीर अस्पताल ले गया। जबकि एंबुलेंस में प्रज्जवल को ले जाया गया।
हम भी एंबुलेंस के पीछे अस्पताल पहुंच गए। वहां जब दोस्त के साथ अस्पताल पहुंची तो राहगीर जा चुका था। इसके बाद इलाज शुरू नहीं हुआ था। अस्पताल की प्रक्रिया शुरू करवाई। समस्या यह आ रही थी कि परिजनों को सूचित कैसे करें। इमरजेंसी में बमुश्किल वैभव की फिंगर से उसके मोबाइल का लॉक खुलवाया। इसके बाद परिजनों को सूचित किया। हादसा देखकर फिर कहीं जाने का मन नहीं हुआ। सुबह 6.30 हॉस्पिटल से घर पहुंची।