जयपुर के कानोता और नेवटा बांध में सरकार जल आधारित इको-एडवेंचर टूरिज्म डवलप करने की तैयारी में है।
केरल की तर्ज पर होगा विकास
राजस्थान पर्यटन निगम कानोता और नेवटा बांध को आइकॉनिक इको-एडवेंचर टूरिज्म स्पॉट के रूप में विकसित करेगा। यहां पर्यटक तेज रफ्तार बोटिंग का आंनद ले सकेंगे। इसके साथ ही यहां केरल की तर्ज पर बोट हाउस, जार्बिंग, पैंटून बोट, बनाना बोट का संचालन किया जाएगा। उदयपुर की पिछोला और माउंटआबू की नक्की झील में पर्यटक बोटिंग, स्पीड बोट चलाने का साहसिक अनुभव लेते हैं।
पीपीपी मॉडल पर होंगे विकसित
निगम यहां पीपीपी मॉडल पर पर्यटन को बढ़ावा देने की गतिविधियां शुरू करेगा। पर्यटन क्षेत्र में काम कर रही फर्मों से इस संबध में प्रस्ताव मांगे गए हैं।
सजेगी चौपाटी
पर्यटन निगम के अधिकारियों के अनुसार कानोता और नेवटा बांध पर एडवेंचर टूरिज्म के साथ ही पर्यटकों के लिए एक बेहतर माहौल भी विकसित किया जाएगा। इसके लिए वहां खाने-पीने के लिए चौपाटी विकसित की जाएगी। साथ ही नाइट टूरिज्म को भी बढ़ावा दिया जाएगा।
कानोता और नेवटा बांध पर एडवेंचर टूरिज्म शुरू करना निगम का ड्रीम प्रोजेक्ट है। एक-दो महीने में सभी तैयारियां कर ली जाएंगी। यहां पर्यटकों को खास रोमांच का अनुभव होगा।
– धर्मेन्द्र राठौड़, अध्यक्ष पर्यटन निगम