
गोविंद देवजी मंदिर का दृश्य
Krishna Janmashtami : भगवान कृष्ण के जन्म का पर्व जन्माष्टमी 26 अगस्त को मनाया जाएगा। पर्व में कुछ ही दिन शेष होने से कान्हा के स्वागत के लिए शहर के मंदिरों में विशेष रोशनी के साथ ही रंग-बिरंगी पताकाओं से सजावट की गई है। बैरिकेडिंग सहित अन्य तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है। गोविंद देवजी सहित अन्य मंदिरों में सुबह से मध्य रात्रि भगवान के जन्म के समय तक श्रद्धालु उमड़ेंगे। मानस गोस्वामी ने बताया कि गोविंद देवजी मंदिर के द्वार पर शहनाई वादन के साथ ही 26 अगस्त को सुबह मंगला झांकी से पहले पंचामृत अभिषेक होगा।
महंत अंजन गोस्वामी के सान्निध्य में ठाकुर श्रीजी को नवीन पीत वस्त्र और विशेष अलंकार धारण कराए जाएंगे। मंगला झांकी से ही दर्शन शुरू होंगे। अलग-अलग लाइनों से भक्तों का प्रवेश होगा। जलेब चौक से आने वाले भक्तों का निकास जय निवास बाग पूर्वी गेट से तथा ब्रह्मपुरी, कंवर नगर से आने वाले भक्त चिंताहरण हनुमान मंदिर होते हुए मंदिर में प्रवेश करेंगे व जय निवास बाग पश्चिम द्वार से उनका निकास होगा। करीब 3000 कार्यकर्ता व 150 स्काउट सेवाएं देंगे। लाइव प्रसारण के लिए 13 एलईडी लगाई जाएंगी। 8 से 10 मेटल डिटेक्टर लगाए जाएंगे व मंदिर परिसर में एक कंट्रोल रूम भी बनाया है।
यह भी पढ़ें -
मंगला आरती - सुबह 4.30 से 6.45 बजे।
धूप - सुबह 7.30 से 9.30 बजे।
शृंगार - सुबह 9.45 से 11.30 बजे।
राजभोग - सुबह 11.45 से दोपहर 1.30 बजे तक।
ग्वाल -शाम 4 से 6.30 बजे।
संध्या -शाम 6.45 से 8.30।
शयन आरती -रात 9.15 से 10.30।
27 अगस्त की मंगला आरती सोमवार रात 11 से 11.15 बजे तक। इसी दिन रात 12 से 12.30 बजे तक तिथि पूजा व अभिषेक।
27 अगस्त की शाम साढ़े चार बजे से शोभायात्रा निकलेगी। इनमें भगवान गणेश, तिरुपति बालाजी मंदिर, पिंजरापोल गोशाला की ओर से गोसेवा की झांकी सहित 22 झांकियां शामिल होंगी। जयपुर बंगाली मण्डल के कलाकार हरिनाम कीर्तन करते चलेंगे।
जयपुर प्रशासन ने दर्शनार्थियों से पर्स सहित अन्य कीमती सामान मंदिर न लाने की अपील की है। प्रसाद, फल, मिठाई, नारियल, लैपटॉप-कैमरे का प्रवेश निषेध रहेगा। भारतीय परिधान पहनकर आएं। जूते-चप्पल जूता घर में खोलकर आएं। गोविंद देव जी के अधीन मंदिर राधा माधव व नटवर, कुंज बिहारी सहित अन्य मंदिरों में भी कार्यक्रम होंगे।
26 अगस्त की रात 10 बजे से जन्माष्टमी व्रत कथा। रात्रि 12 बजे 31 तोपों की सलामी के साथ विशेष आतिशबाजी होगी। गोविंद के अभिषेक के लिए दर्शन खुलेंगे। 425 लीटर दूध, 365 दही, 11 किलो घी, 85 किलो बूरा व 11 किलो शहद सहित 935 किलो पंचामृत से भगवान का अभिषेक होगा। पंजीरी लड्डू, खिरसा एवं कुल्लड़ रबड़ी सहित ठाकुरजी को विशेष भोग अर्पित किए जाएंगे।
प्रेमभाया मंडल समिति की ओर से शिवदासपुरा स्थित मंदिर में रात 8.30 बजे से भक्ति संगीत व मध्यरात्रि 12 बजे प्रेमभाया सरकार का पंचामृत अभिषेक होगा। जयलाल मुंशी का रास्ता स्थित युगल कुटीर में रात्रि 9 बजे से भक्ति संगीत शुरू होगा। मध्य रात्रि जन्म आरती होगी। फूल बंगले की झांकी सजाई जाएगी।
नाहरगढ़ की पहाड़ी स्थित चरण मंदिर में दोपहर 12 बजे चरणाभिषेक होंगे। दोपहर एक बजे से दर्शन एवं लड्डूओं की झांकी सजेगी। चौड़ा रास्ता स्थित राधा दामोदर मंदिर में महंत मलय गोस्वामी के सान्निध्य में दोपहर 12 बजे भगवान के बालस्वरूप का पंचामृत जन्माभिषेक होगा।
चौड़ा रास्ता स्थित मदन गोपाल मंदिर में महंत विजय गोपालदेव गोस्वामी के सान्निध्य में सुबह 4.30 बजे मंगला झांकी होगी। शाम 4.30 बजे से गोविंद की गईया सेवा मंडल की ओर से बधाई गान और रात आठ बजे निताई गौर हरिनाम संकीर्तन होगा। अगले दिन दोपहर तीन बजे से नंदोत्सव होगा।
यह भी पढ़ें -
Updated on:
23 Aug 2024 05:29 pm
Published on:
23 Aug 2024 05:28 pm
बड़ी खबरें
View Allजयपुर
राजस्थान न्यूज़
ट्रेंडिंग
