सुलझ गया विवाद! जयपुर से अभी-अभी शेखावत और बाबूसिंह राठौड़ का सामने आया ऐसा वीडियो
Rajasthan BJP Politics : केन्द्रीय जलशक्ति मंत्री गजेन्द्रसिंह शेखावत और शेरगढ़ विधायक बाबूसिंह राठौड़ (Babu singh Rathore) के बीच चली आ रही अदावत को आंशिक तौर पर रोकने में भाजपा कामयाब हो गई है।
Rajasthan BJP Politics : केन्द्रीय जलशक्ति मंत्री गजेन्द्रसिंह शेखावत (Gajendra Singh Shekhawat) और शेरगढ़ विधायक बाबूसिंह राठौड़ के बीच चली आ रही अदावत को आंशिक तौर पर रोकने में भाजपा कामयाब हो गई है। हालांकि इसका अंदरुनी कितना असर होगा यह समय बताएगा। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से मिलने के बाद दोनों जयपुर में एक दूसरे से गले मिलते नजर आए। उनके इस साथ के फोटो-वीडियो सोशल मीडिया पर भी काफी वायरल हुए।
हालांकि राजनीतिक पंडित बताते हैं कि इसे भाईचारे की धरातल पर कितनी पालना होगी यह तो आने वाला समय ही बताएगा। पिछले एक महीने से जो अदावत भाषणों और सड़कों पर देखी जा रही थी उस पर विराम लगने की संभावना है, लेकिन लोकसभा चुनाव में भिरतघात पूरी तरह से रुक जाएगा यह कहना अभी मुश्किल है। हालांकि जानकार बताते हैं कि दोनों ही नेताओं को सख्त हिदायत दी गई है। शेखावत के विरोध की तस्वीर सामने आने के बाद दिल्ली आलाकमान ने भी इसमें दखल दी और जयपुर को निर्देश जारी किए थे। इसके बाद विधायक राठौड़ अपना धरना खत्म कर जयपुर पहुंचे। वहां एक-दूसरे के गले मिलते नजर आए।
आपको बता दें कि केन्द्रीय जलशक्ति मंत्री गजेन्द्रसिंह शेखावत के विरोध करने का मामला इतना गर्मा गया कि यह पुलिस स्टेशन तक जा पहुंचा। जोधपुर ग्रामीण के चामू थानान्तर्गत भालू उदयनगर में कार्यक्रम के दौरान विरोध, राजकार्य में बाधा डालने व पथराव करने का आरोप लगाकर पुलिस ने खुद की तरफ से 11 नामजद व अन्य के खिलाफ एफआइआर दर्ज की। आधी रात पुलिस ने विरोध करने वाले छह-सात जनों को घर से पकड़ा तो शेरगढ़ विधायक बाबूसिंह राठौड़ व पुलिस अधिकारियों में तीखी नोंक-झोंक भी हुई। कार्रवाई के विरोध में विधायक के नेतृत्व में ग्रामीणों ने गांव में रैली निकाली और थाने के बाहर शुक्रवार दोपहर धरना भी दिया। समझाइश के बाद दोपहर दो बजे तक धरना समाप्त किया गया। केंद्रीय मंत्री शेखावत को इस बार फिर से लोकसभा का टिकट दे दिया गया है। टिकट घोषणा से पहले भी शेरगढ़ क्षेत्र में एक कार्यक्रम में विधायक राठौड़ शेखावत पर हमलावर हो चुके थे, लेकिन अब क्षेत्र में काले झंडे दिखाने और नारेबाजी को दिल्ली और जयपुर आलाकमान ने गंभीरता से लिया है।