इलाहाबाद हाईकोर्ट के पूर्व सीजे माथुर बोले, विधिक सेवा एक लीगल ट्यूरिज्म की तरह
जयपुरPublished: Nov 09, 2022 01:53:43 am
राष्ट्रीय विधिक सेवा दिवस विशेष
जयपुर। विधिक सेवा की परिकल्पना को गरीब के लिए न्याय रो साथी कहा जाता है। इसके उद्देश्याें को पूरा करने के लिए आजादी के 100 वें वर्ष के लिए किस तरह की तैयारी की आवश्यकता है, इन्हीं पहलुओं पर संवाददाता शैलेन्द्र अग्रवाल ने इलाहाबाद हाईकोर्ट के पूर्व मुख्य न्यायाधीश गोविन्द माथुर से बात की। पूर्व न्यायाधीश माथुर ने कहा, इस व्यवस्था के लिए लीगल ट्यूरिज्म शब्द सटीक है।